नई दिल्ली, 20 मई। कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच देशभर में जांच की गति बढ़ाने के उद्देश्य से भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अब घर में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिए कोरोना जांच कर सकता है। आईसीएमआर ने इन दिशानिर्देशों के साथ ही कोरोना टेस्टिंग के लिए होम बेस्ड टेस्टिंग किट को मंजूरी भी प्रदान कर दी है।
ज्ञातव्य है कि रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट जहां तुरंत मिल जाती है वहीं आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट 24 घंटे के बाद आती है। होम बेस्ड टेस्टिंग किट से न सिर्फ जांच में तेजी आएगी वरन लोग घर बैठे ही कोरोना की जांच कर सकते हैं। कई बार ऐसा होता था कि टेस्ट में काफी समय लग जाता था, लेकिन यह समस्या अब हल हो जाएगी।सहूलियत
- फिलहाल होम बेस्ड टेस्टिंग किट से ज्यादा टेस्ट न करें
हालांकि आईसीएमआर ने कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए घरों में अंधाधुंध रैपिड एंटीजन टेस्ट जांच नहीं करने की सलाह दी है। उसने कहा कि लैब से जिन लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई हो, उनके निकट संपर्क में आने वाले लोगों और जिनमें संक्रमण के लक्षण नजर आ रहे हों, सिर्फ उन्हीं लोगों की इस किट से जांच की जानी चाहिए।
- डीजीसीआई ने टेस्टिंग किट की बाजार में बिक्री की दी मंजूरी
आईसीएमआर के अलावा भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने भी इस किट की बाजार में बिक्री की मंजूरी दे दी है। हालांकि, यह टेस्टिंग किट तुरंत बाजार में उपलब्ध नहीं होगी, इसे व्यापक रूप से उपलब्ध होने में कुछ समय लगेगा। इसकी वजह है कि भारत में सिर्फ एक कम्पनी माईलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस लिमिटेड को इसकी मंजूरी दी गई है।
- गूगल प्ले स्टोर व एपल स्टोर में उपलब्ध है होम टेस्टिंग मोबाइल एप
होम टेस्टिंग मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर और एपल स्टोर में उपलब्ध है। इसे सभी यूजर्स डाउनलोड कर सकते हैं। मोबाइल एप टेस्टिंग प्रक्रिया का एक व्यापक मार्गदर्शक है, जो पॉजिटिव या निगेटिव रिजल्ट प्रदान करेगा। इस एप का नाम ‘माईलैब कोविससेल्फ’ है।