भाजपा शासित राज्य में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’, सोनिया गांधी भी करेंगी पैदल मार्च, जानें क्या हैं मायने
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर। कांग्रेस की महत्वाकांक्षी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को 28 दिन बीत चुके हैं। इस समय राहुल गांधी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कर्नाटक में हैं। इस बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी कर्नाटक पहुंची हैं। वह गुरुवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी और पैदल यात्रा करेंगी। बता दें कि कांग्रेस में इन दिनों जयपुर से लेकर दिल्ली तक गहमागहमी है। पहले अशोक गहलोत की उम्मीदवारी को लेकर नेतृत्व परिवर्तन के कयास लगाए जा रहे थे। वहीं अब मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवारी के बाद कर्नाटक कांग्रेस में भी हलचल शुरू हो गई है।
बता दें कि 7 सितंबर को यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू की गई थी। शुक्रवार को यात्रा गुंडुलपेट से कर्नाटक में प्रवेश हुई। इससे पहले राहुल गांधी सहयोगियों संग केरल में थे। कर्नाटक में कांग्रेस की यह यात्रा 21 दिन चलेगी और कुल 511 किलोमीटर की पदयात्रा होगी। चामराजानगर, मैसूर, मंड्या तुमाकुरु, चित्रदुर्ग, बल्लारी और रायचूर जिलों में मार्च किया जाएगा।
जब भारत जोड़ यात्रा शुरू हुई थी, उस वक्त सोनिया गांधी मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गई थीं। हालांकि उन्होने पत्र लिखकर पदयात्रा में शामिल होने वाले नेताओं को बधाई दी थी और भावुक संदेश भी दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार मल्लिकार्जुन खड़गे भी गुरुवार को यात्रा में शामिल होने वाले हैं।
- क्या संदेश देना चाहती हैं सोनिया गांधी
भाजपा शासित प्रदेश में यात्रा के दौरान सोनिया गांधी का इसमें शामिल होना भाजपा को सीधी चुनौती मानी जा रही है। वहीं कांग्रेस एकजुटता का संदेश देना चाहती है। इसके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी का साथ में पदयात्रा करना यह संदेश है कि गांधी परिवार अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ है।