कांग्रेस अध्यक्ष का जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में बदलाव का दावा, कार्यकर्ताओं से की यह बड़ी अपील की
नई दिल्ली, 17 अगस्त। नई दिल्ली। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की तिथियों की घोषणा के बाद शुक्रवार को इन दोनों राज्यों में बदलाव का दावा किया तथा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस लें। मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि संवैधानिक संशोधन के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाए जाने से निर्वाचित सरकार की शक्तियां मजाक बनकर रह जाएंगी।
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच तीन चरणों में जबकि हरियाणा में एक ही चरण में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होंगे। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को यह घोषणा की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दोनों विधानसभाओं के लिए मतगणना 4 अक्टूबर को होगी।
खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा का स्वागत करती है। उच्चतम न्यायालय ने चुनाव कराने के लिए एक समय सीमा तय की थी और हमने मांग की थी कि संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करने और ‘नौकरशाही द्वारा शासित’ तंत्र पर पूर्ण विराम लगाने के लिए जल्द से जल्द चुनाव होने चाहिए।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर के राज्य प्रशासन को नियंत्रित करना चाहती है, इसलिए गत जुलाई महीने में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 55 के तहत नियमों में संशोधन करके उपराज्यपाल को अधिक शक्तियां दे दीं। कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार, चुनाव की घोषणा से कुछ घंटे पहले नौकरशाही में भी अचानक फेरबदल किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक दशक में मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में कई चुनावी प्रयोग किए हैं, लेकिन लोगों ने बार-बार अपने संवैधानिक अधिकारों को कुचलने वाली भाजपा की अलोकतांत्रिक रणनीति को खारिज कर दिया है।’’ खरगे ने कहा, ‘‘हाल ही में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि हुई, विशेष रूप से जम्मू क्षेत्र में वृद्धि हुई, जहां गत नौ जून के बाद से 27 आतंकवादी हमलों में 18 सैनिकों/सुरक्षा कर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है। यह अत्यधिक चिंताजनक है। पिछले कुछ वर्षों में कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों को भी लक्षित हमलों का सामना करना पड़ा है।’’
खरगे ने जोर ने जोर दिया, ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोग बदलाव के लिए तरस रहे हैं। वे न्याय के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की ओर देख रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लोगों तक पहुंचना चाहिए और राज्य में हमारी जीत सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।’’ खरगे ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम को लेकर कहा कि वहां की जनता का इंतज़ार अब ख़त्म होने वाला है, क्योंकि प्रदेश से भाजपा की विदाई अब तय है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले 10 वर्षों में, हरियाणा में डबल इंजन वाली भाजपा सरकार ने लोगों को धोखे के सिवाय कुछ नहीं दिया है। हमारे किसान और नौजवान दोनों पीड़ित हैं। प्रदेश में बेरोज़गारी रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। अनेक भर्ती घोटाले हुए हैं। क़ानून व्यवस्था ठप है। भाजपा ने राज्य के सामाजिक ताने-बाने को विभाजित करने का षड्यंत्र रचा है।’’
खरगे का कहना है, ‘‘कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो हरियाणा को विश्वसनीय विकल्प दे सकती है। कांग्रेस 36 बिरादरी को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। हमने पहले भी विकास किया और दोबारा हरियाणा को विकास की पटरी पर लाने के लिए संकल्पित हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जनता तक पहुंचना चाहिए और हमारी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए तिथियों की घोषणा के बाद कहा कि उपराज्यपाल के अधिकार बढ़ाए जाने के कारण निर्वाचित सरकार की शक्तियां मजाक बनकर रह जाएंगी।