कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने पीएम मोदी की तारीफ के साथ EVM को बताया ठीक, पार्टी ने जारी की कारण बताओ नोटिस
नई दिल्ली/चेन्नै 10 जनवरी। देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कार्ति चिदबरम अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की वरन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को भी त्रुटिहीन करार दिया। फिर क्या था, कार्ति से कांग्रेस पार्टी नाराज हो गई और तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दी। हालांकि पार्टी के भीतर कार्ति चिदंरम के समर्थकों का कहना है कि तमिनाडु कांग्रेस को अधिकार नहीं है कि वह उन्हें नोटिस जारी करे क्योंकि कार्ति अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम द्वारा तमिल समाचार चैनल थांथी टीवी को दिए एक इंटरव्यू के बाद यह विवाद उभरा, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की और पीएम मोदी की क्षमताओं की जमकर प्रशंसा की। कार्ति को अनुशासनात्मक समिति की ओर से पूर्व विधायक केआर रामासामी द्वारा नोटिस जारी की गई है और उनसे 10 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है।
पीएम मोदी की लोकप्रियता देखते हुए उनसे कोई मुकाबला नहीं कर सकता
इंटरव्यू में कार्ति चिदंबरम से पूछा गया था कि क्या मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला कर सकते हैं, इस पर उन्होंने कहा था कि मोदी की प्रचार मशीन और प्रधानमंत्री के तौर पर उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उनसे कोई मुकाबला नहीं कर सकता।
कार्ति ने कहा कि पीएम मोदी राहुल गांधी से अधिक लोकप्रिय हैं। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में भी अपना विश्वास व्यक्त किया जबकि कांग्रेस पार्टी का रुख ईवीएम को लेकर क्या है यह सबको पता है। ईवीएम एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर कांग्रेस चुनाव आयोग के साथ विवाद में है।
कार्ति ने अपने इंटरव्यू में कहा, ‘राजनीतिक दल के लिए प्रचार आज की वास्तविकता है और मैं यह कहने में जरा भी पीछे नहीं हटूंगा कि इसमें कोई भी मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता।’ दरअसल 39 मिनट के उस इंटरव्यू में जब कार्ति से कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर विचार-विमर्श चल रहा है।
पीएम प्रत्याशी के बारे में जल्द ही नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लेकिन मेरा दृढ़ विश्वास है कि पीएम प्रत्याशी के बारे में जल्द ही नाम सार्वजनिक किया जाना आवश्यकता है। इसके बाद हमें चुनाव में अपने वादों और योजनाओं की घोषणा करने का समय नहीं होगा। हमें कम से कम छह से चार महीने पहले पार्टी के पीएम प्रत्याशी का एलान कर देना चाहिए। वही लोगों के मन तक पहुंचता है।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि पार्टी जनवरी तक भाजपा की जय श्री राम और बुलडोजर पॉलिटिक्स के खिलाफ एक नैरेटिव लेकर आएगी। पिछले 10 वर्षों में लोगों के जीवन में सुधार हुआ या नहीं? मेरा मानना है कि औसत लोगों के जीवन में बिल्कुल भी सुधार नहीं हुआ है। उनके दुष्प्रचार का मुकाबला करने के लिए पार्टी द्वारा मुद्रास्फीति और आर्थिक नुकसान को उजागर किया जाना चाहिए।’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम पद के लिए अच्छा उम्मीदवार मानते हैं, कार्ति ने कहा कि खड़गे 53 वर्ष से अधिक समय से राजनीति में रहने वाले एक अनुभवी राजनेता हैं। दो पार्टियों ने उनका नाम सुझाया है, लेकिन दूसरों को भी उस राय पर आना होगा। यदि आप मुझसे पूछें तो वह निश्चित रूप से उस पद के लिए योग्य हैं।”
चिदंबरम के बेटे ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यदि आप मोदी के खिलाफ पीएम उम्मीदवार पेश कर रहे हैं तो यह काम जल्दी करना चाहिए। मुझे नहीं पता कि अगर हम अंतिम समय में अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करते हैं तो हम उनकी प्रचार मशीनरी की बराबरी नहीं कर पाएंगे, भले ही आप क्यों न किसी लोकप्रिय अभिनेता या क्रिकेट खिलाड़ी को उस पद पर लाएं क्योंकि मोदी का प्रचार काफी समय से हो रहा है।’ इसके बाद कार्ति से पूछा गया, ‘क्या खड़गे मोदी का मुकाबला कर सकते हैं?’ कार्ति ने बेहद चौंकाने वाला जवाब देते हुए कहा, ‘चुनावी प्रचार की आज की वास्तविकता में मैं साफ कहूंगा कि कोई भी मोदी का मुकाबला नहीं कर सकता।’
जब उनसे अगला सवाल किया गया, ‘क्या होगा यदि राहुल गांधी कांग्रेस की ओर से प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार बनें?’ कार्ति ने फौरन कहा, ‘यह बेहद मुश्किल है, यदि आप उनकी प्रचार मशीनरी और एक प्रधानमंत्री के रूप में स्वाभाविक लाभ लेते हैं तो मेरा मानना है कि भाजपा को हराना अब भी संभव है। अगर हम चुनावी अंकगणित का पालन करें और राजनीतिक संदेश को ठीक से लें तो मोदी की लोकप्रियता के बावजूद भाजपा को हराया जा सकता है लेकिन अगर आप मुझसे मोदी जैसा शक्तिशाली नाम के आगे कोई और नाम पूछेंगे तो मैं आपको तुरंत कोई नाम नहीं बता सकता।’
उन्होंने कहा, ‘यदि कांग्रेस के औसत कार्यकर्ताओं से पूछें तो वे चाहते हैं कि राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व करना चाहिए। इंडिया ब्लॉक द्वारा खड़गे के नाम का सुझाव देने के पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं। मेरी समझ में व्यक्तित्व युद्ध में मोदी को हराया नहीं जा सकता, लेकिन यदि हम लड़ाई को राजनीतिक बनाते हैं या गंभीर मुद्दों को उठाते हैं तो हमारी जीत हो सकती है।’