कांग्रेस ने पीएम मोदी की ‘मन की बात’ को बताया ‘मौन की बात’, महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी को लेकर साधा निशाना
नई दिल्ली, 30 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ के 100 एपिसोड पूरे होने पर कांग्रेस ने रविवार को ‘महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी’ को लेकर पीएम मोदी पर कटाक्ष किया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि 100वें एपिसोड की बड़ी धूमधाम से घोषणा की जा रही है, लेकिन यह चीन, अडानी, बढ़ती आर्थिक असमानता और पहलवानों के विरोध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ‘मौन की बात’ थी।
महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप्पी को लेकर साधा निशाना
जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, “आज फेकू मास्टर स्पेशल है। ‘मन की बात’ का 100वां दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। लेकिन यह चीन, अडानी, बढ़ती आर्थिक असमानता, आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती महंगाई, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसान संगठनों से किए गए वादों को पूरा न करने, तथाकथित डबल-इंजन राज्य सरकारें जैसे कर्नाटक में भ्रष्टाचार, बीजेपी से करीबी संबंध रखने वाले आदि महत्वपूर्ण मुद्दों पर ‘मौन की बात’ है।”
आज फेकू मास्टर के लिए विशेष दिन है। मन की बात के 100वें एपिसोड की सूचना को बड़े ही धूमधाम से फैलाया जा रहा है। लेकिन मौन की बात है – चीन, अडानी, बढ़ती आर्थिक असमानता, आवश्यक वस्तुओं के बढ़ते दाम, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसान संगठनों से किए गए वादों…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 30, 2023
अपने इसी ट्वीट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आगे लिखा, “आईआईएम रोहतक ‘मन की बात’ के प्रभावों पर कुछ मनगढ़ंत अध्ययन करता है, जबकि इसके निदेशक की अकादमिक साख पर खुद शिक्षा मंत्रालय ने सवाल उठाए हैं।”
वहीं अपने इस चर्चित रेडियो कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात कई जन आंदोलनों को प्रज्वलित करने में एक उत्प्रेरक रही है। उन्होंने कहा, चाहे वह ‘हर घर तिरंगा’ हो या ‘कैच द रेन’, मन की बात ने जन आंदोलनों को गति दी है। पीएम मोदी ने कहा, “भारत के सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने में, मन की बात माला के धागे की तरह है, जो प्रत्येक मोती को एक साथ रखती है।”
भाजपा शासितराज्यों के केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपालें और मुख्यमंत्रियों सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने देशभर के विभिन्न स्थानों पर प्रधानमंत्री के संबोधन को सुना। सत्तारूढ़ दल ने ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को जनता से जोड़ने के लिए बड़ी तैयारी की थी।