1. Home
  2. हिंदी
  3. राजनीति
  4. कांग्रेस ने गौरव गोगोई को लोकसभा में पार्टी का उपनेता नियुक्त किया, के. सुरेश होंगे मुख्य सचेतक
कांग्रेस ने गौरव गोगोई को लोकसभा में पार्टी का उपनेता नियुक्त किया, के. सुरेश होंगे मुख्य सचेतक

कांग्रेस ने गौरव गोगोई को लोकसभा में पार्टी का उपनेता नियुक्त किया, के. सुरेश होंगे मुख्य सचेतक

0
Social Share

नई दिल्ली, 14 जुलाई। कांग्रेस ने असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के पुत्र और जोरहाट संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गौरव गोगोई को अहम जिम्मेदारी सौंपी और उन्हें लोकसभा में पार्टी का उपनेता नियुक्त कर दिया है। पार्टी के निर्णय से अवगत कराने के लिए एक पत्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजा गया है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि कांग्रेस के संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला को पत्र लिखकर उन्हें संसद के निचले सदन में कांग्रेस के उपनेता, मुख्य सचेतक और दो सचेतक नियुक्त किये जाने के बारे में जानकारी दी है।

मणिकम टैगोर व मोहम्मद जावेद लोकसभा में पार्टी के सचेतक होंगे

वेणुगोपाल ने बताया कि गोगोई लोकसभा में पार्टी के उप नेता होंगे जबकि केरल से आठ बार के सांसद के. सुरेश पार्टी के मुख्य सचेतक होंगे। वहीं विरुधुनगर के सांसद मणिकम टैगोर और किशनगंज के सांसद मोहम्मद जावेद लोकसभा में पार्टी के सचेतक होंगे।

इससे पहले पार्टी ने राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया था। वेणुगोपाल ने कहा, “नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मार्गदर्शन में कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन के दल लोकसभा में जनता के मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाएंगे।’

पिछली लोकसभा में भी उपनेता की भूमिका निभा चुके हैं गौरव

राहुल गांधी के मित्र गौरव गोगोई की बात करें तो इससे पहले भी वह 2020 से 2024 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता की भूमिका निभा चुके हैं। 41 वर्षीय गोगोई ने 2014 से 2024 तक लोकसभा में कलियाबोर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और अब 18वीं लोकसभा में वह जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

के. सुरेश लोकसभा अध्यक्ष चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार थे

वहीं तिरुवनंतपुरम (केरल) की मावेलीक्करा लोकसभा सीट से आठ बार के सांसद के. सुरेश को कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में ओम बिरला के सामने खड़ा कर दिया था। लेकिन पार्टी ने निचले सदन में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के सांसदों के संख्याबल को देखते हुए सदाशयता का परिचय दिया और एन वक्त पर वोटिंग की मांग ही नहीं की, लिहाजा ओम बिरला निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किए गए।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published.

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code