मुगल गार्डन का नाम बदले जाने पर भड़की कांग्रेस, राशिद अल्वी ने पूछा – क्या भाजपा ने बनवाया था?
नई दिल्ली, 28 जनवरी। राष्ट्रपति भवन के प्रसिद्ध मुगल गार्डन का नाम ‘अमृत उद्यान’ किए जाने पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भड़क गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने पूछा कि केंद्र सरकार आखिर क्यों मुगल गार्डन का नाम बदल रही है? क्या यह भाजपा ने बनवाया था? यहां तक कि राष्ट्रपति भवन का भी निर्माण अंग्रेजों ने किया था तो क्या उसे भी गिराया जाएगा?
इसके पूर्व शनिवार को दिन में राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में मुगल गार्डन का नाम अमृत उद्यान किए जाने की जानकारी दी गई। यह उद्यान वर्ष में एक बार जनता के लिए खुलता है और लोग इस बार 31 जनवरी से इस उद्यान को देखने जा सकते हैं। बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को राष्ट्रपति भवन उद्यान उत्सव 2023 का उद्घाटन करेंगी।
क्या आप लालकिला और ताजमहल का नाम भी बदलेंगे?
फिलहाल कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार से पूछा, ‘क्या आप लालकिला और ताजमहल का नाम भी बदलेंगे? यह भाजपा सरकार की आदत बन गई है। यह संकीर्ण मानसिकता है। वे हमेशा सड़क, शहर के नाम बदल देते हैं और सोचते हैं कि यही विकास है। भाजपा यह क्या कर रही है। मैं इससे सहमत नहीं हूं कि आप नाम बदल दें। यहां तक कि जिस आवास में प्रधानमंत्री रहते हैं, उसे भी अंग्रेजों ने बनाया। क्या उसे भी गिराया जाएगा? भाजपा को अपना गार्डन बनाना चाहिए और फिर चाहे उसे अपने हिसाब से नाम दे। मैं नाम बदलने की निंदा करता हूं।’
अल्वी ने कहा लोकतंत्र का मतलब होता है कि कभी आप सत्ता में होते हैं, तो कभी सत्ता में कोई और आ जाता है। ऐसे में जब कोई दूसरा सत्ता में आएगा तो क्या यह मतलब है कि वे भी नाम बदलेंगे। जो भी सत्ता में है और नाम को बदल दे तो इसे कौन सही ठहरा सकता है।
बदला जा चुका है राजपथ का भी नाम
केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था। केंद्र का कहना है कि इन चीजों के नाम में बदलाव औपनिवेशिक मानसिकता के निशान को हटाने का प्रयास है।