द.सूडान के पास विवादित क्षेत्र में सांप्रदायिक झड़प, 23 लोग मारे गए, 17 अन्य गंभीर
जुबा, 6 फरवरी। दक्षिण सूडान के पास विवादित अबयेई विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में वार्रप राज्य के ट्विक समुदाय के सशस्त्र युवाओं और न्गोक दिन्का के बीच नए सिरे से हुई सांप्रदायिक झड़पों में कम से कम 23 लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। संरा अंतरिम सुरक्षा बल अबेई (यूएनआईएसएफए) ने कहा कि सप्ताहांत में वार्रप राज्य के ट्विक समुदाय के सशस्त्र युवाओं ने अबेई विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के क्षेत्रों पर हमला किया।
यूएनआईएसएफए ने कहा, “सशस्त्र हमलावरों ने तीन और चार फरवरी को मालुअल अलेउ, बैंटन, अवोलनहोम, अबाथोक, मजबोंग, अवल और रूमामियर के पूर्वी क्षेत्र में नागरिकों पर हमला किया और इस दौरान रॉकेट, हथगोले और मोर्टार जैसे भारी हथियारों का उपयोग किया गया।” उल्लेखनीय है कि दोनों समुदायों के बीच पहली बार 27 से 28 जनवरी को अबयेई प्रशासनिक क्षेत्र में झड़प हुई थी, जिसमें दो संरा शांति सैनिकों सहित 54 लोग मारे गए थे।
यूएनआईएसएफए ने कहा कि अबेई के दक्षिणी हिस्से में लड़ाई के कारण कई नागरिकों की मौतें हुयीं हैं, कई घायल हुए हैं, कई लोगों का अपहरण किया गया है। गांवों को जलाना और मवेशियों की चोरी हुई है। अबेई प्रशासनिक क्षेत्र के सूचना मंत्री बुलिस कोच अगुआर अजित ने दावा किया कि न्यूर आध्यात्मिक नेता गाई माचेक और उनके समर्थकों द्वारा समर्थित ट्विक के सशस्त्र युवाओं ने क्षेत्र के विभिन्न गांवों पर हमला किया।
उन्होंने कहा, “लोगों की हत्या की गयीं। बाजारों और संपत्ति को आग लगाना और पशुधन की लूट की गयी।” यूएनआईएसएफए ने कहा कि उसने आगे की हिंसा को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए जमीन और हवा से गश्त तेज कर दी है। बयान में कहा गया, “यूएनआईएसएफए शांतिरक्षक वर्तमान में अपने ठिकानों में 2,000 से अधिक विस्थापित लोगों को आश्रय दे रहे हैं और उन्हें बुनियादी सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिनमें सैकड़ों बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग शामिल हैं।”
यूएनआईएसएफए ने जारी हिंसा की कड़ी निंदा की और कहा कि इससे अंतर-सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है तथा शांति के लिए खरता उत्पन्न हो रहा है। बयान में कहा गया, “मिशन उन लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गंभीर संवेदना व्यक्त करता है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है और याद दिलाता है कि शांति सैनिकों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत युद्ध अपराध हो सकता है।”
यूएनआईएसएफए ने शत्रुता को तत्काल समाप्त करने, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सम्मान करने और नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान किया। बयान में कहा गया, “यूएनआईएसएफए ने सभी हितधारकों से अपराधियों को जवाबदेह ठहराने और अबयेई में शांति बहाल करने को सुनिश्चित करने में सहयोग करने का आह्वान किया है।”