मालीवाल के साथ मारपीट का मामला : सीएम केजरीवाल के निजी सहायक NCW के सामने पेश नहीं हुए
नई दिल्ली, 17 मई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के सामने पेश नहीं हुए। बिभव कुमार की अनुपस्थिति के बाद आयोग ने इस मामले पर दिल्ली पुलिस से काररवाई रिपोर्ट की मांग की है।
विभव कुमार को एनसीडब्ल्यू की दूसरी नोटिस भेजी गई
एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आयोग की एक टीम गुरुवार को बिभव कुमार को नोटिस देने के लिए उनके आवास पर गई थी, लेकिन वह घर पर नहीं थे। कुमार की पत्नी ने नोटिस लेने से इनकार कर दिया। मेरी टीम पुलिस के साथ आज फिर उनके आवास पर नोटिस लेकर गई है और यदि वह शनिवार तक (एनसीडब्ल्यू के समक्ष) पेश नहीं होते हैं, तो मैं (उनके आवास पर) जाऊंगी।’
रेखा शर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई मारपीट की घटना के बाद से वह स्वाति मालीवाल के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने पुलिस से काररवाई रिपोर्ट मांगी है। एफआईआर पर आरोप तय कर दिए गए हैं। आज स्वाति मालीवाल की मेडिकल जांच भी की गई है।’
‘यदि केजरीवाल इसमें शामिल हैं तो उनके खिलाफ भी काररवाई की जाएगी‘
एनसीडब्ल्यू प्रमुख ने आगे कहा कि बिभव कुमार ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है, ‘एनसीडब्ल्यू टीम आज भी नोटिस लेकर गई थी, यदि वह हमारे नोटिस का जवाब नहीं देते हैं तो एक जांच टीम भेजी जाएगी।’ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काररवाई पर उन्होंने कहा, ‘यदि दिल्ली के सीएम इसमें शामिल हैं तो पुलिस और एनसीडब्ल्यू उनके खिलाफ काररवाई करेगी।’
उल्लेखनीय है कि पिछले सोमवार को पूर्वाह्न मालीवाल राष्ट्रीय राजधानी के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन गईं थी और आरोप लगाया था कि केजरीवाल के निजी स्टाफ के एक सदस्य ने मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर उनके साथ ‘मारपीट’ की। हालांकि मालीवाल ने दिल्ली पुलिस से कोई लिखित शिकायत नहीं की थी।
इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पीएस कुशवाहा के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को स्वाति मालीवाल के आवास पर पहुंची थी और उनका बयान दर्ज करने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें बिभव कुमार को आरोपित बनाया गया है। दिल्ली पुलिस की टीम राज्यसभा सदस्य के आवास पर करीब साढ़े चार घंटे तक रही।