सीजेआई यूयू ललित ने जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को नामित किया उत्तराधिकारी, अगले माह संभालेंगे कार्यभार
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर। भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) यूयू ललित ने मंगलवार को न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत (डी.वाई.) चंद्रचूड़ को अपना उत्तराधिकारी नामित किया। प्रक्रिया के अनुसार, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री की सिफारिश के बाद पद से इस्तीफा देने से पहले निवर्तमान सीजेआई अपने उत्तराधिकारी के रूप में वरिष्ठतम न्यायाधीश का नाम लेते हैं। सीजेआई ललित आठ नवम्बर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
50वें सीजेआई के रूप में 2 वर्षों का होगा जस्टिस चंद्रचूड़ का कार्यकाल
सीजेआई ललित के बाद सबसे वरिष्ठ जज जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ का देश के 50वें सीजेआई के रूप में कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक दो साल का होगा। प्रक्रिया के बाद एक बार एक नया सीजेआई नामित होने के बाद निवर्तमान सीजेआई की अध्यक्षता वाला कॉलेजियम भी फ्रीज हो जाता है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं जस्टिस चंद्रचूड़
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मुंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रह चुके हैं। वर्तमान में राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कार्यरत वह सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधान न्यायाधीश वाई.वी. चंद्रचूड़ के पुत्र हैं।
पदोन्नति से पहले जस्टिस चंद्रचूड़ को ‘कार्यालय के दुरुपयोग’ के आरोपों का भी सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकीलों के सबसे पुराने संघ बॉम्बे बार एसोसिएशन (बीबीए) ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें संबंधित अधिकारियों से अनुरोध किया गया था कि वे इस मामले में किसी को भी न लें। आरोप लगाने वाले राशिद खान पठान ने शिकायत का संज्ञान लिया।