नई दिल्ली, 31 अगस्त। देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस एन.वी. रमना ने मंगलवार को तीन महिलाओं सहित नौ नवनियुक्त जजों को शपथ दिलाई। सुप्रीम कोर्ट के ऑडिटोरियम में पूर्वाह्न 10.30 बजे यह शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ।
इतिहास में पहली बार एक साथ इतने जजों का शपथ ग्रहण
सर्वोच्च न्यायालय के इतिहास में यह पहला मौका था, जब नौ जजों ने एक साथ शपथ ली। शपथ लेन वाले जजों में जस्टिस ए.एस. ओका, विक्रम नाथ, जे.के. माहेश्वरी, हिमा कोहली, बी.वी. नागरत्ना, सी.टी. रवि कुमार, एम.एम. सुंदरेश, बेला एम. त्रिवेदी और पीएस नरसिम्हा शामिल रहे।
पहली बार तीन महिला जजों ने ली शपथ
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में जजों के कुल स्वीकृत 34 पदों में से 33 भर गए। शपथ लेने वालों में तीन महिला जस्टिस हैं। यह पहला अवसर था, जब एक साथ तीन महिला जजों ने शपथ ली। इनमें जस्टिस बीवी नागरत्ना वरिष्ठता के हिसाब से सितम्बर 2027 में भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस बनेंगी।
सीजेआई के रूप में जस्टिस नागरत्ना का कार्यकाल 36 दिनों का होगा
बतौर सीजेआई जस्टिस नागरत्ना का कार्यकाल 36 दिनों का रहेगा। उनके पिता जस्टिस ईएस वेंकटरमैया भी 1989 में चीफ जस्टिस बने थे। भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह दूसरा मौका बनेगा, जब पिता के बाद दूसरी जेनरेशन में बेटी चीफ जस्टिस बनेगी। इससे पहले सीनियॉरिटी के हिसाब से जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ नवंबर 2022 में चीफ जस्टिस बनेंगे। उनके पिता जस्टिस वाई.बी. चंद्रचूड़ 1978 में चीफ जस्टिस बने थे। जस्टिस वाईबी चंद्रचूड़ सात वर्षों तक भारत के चीफ जस्टिस रहे, जो कि अब तक का सबसे लंबा कार्यकाल है।
चार उच्च न्यायालयों के चीफ जस्टिस पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
शपथ लेने वाले जजों पर एक नजर डालें तो उनमें चार उच्च न्यायालयों के चीफ जस्टिस, चार उच्च न्यायालयों में जस्टिस और एक सीनियर वकील हैं। इनमें कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एएस ओका, गुजरात हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विक्रम नाथ, सिक्किम हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जे.के. माहेश्वरी व तेलंगाना हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली शामिल हैं।
उनके अलावा कर्नाटक हाई कोर्ट की जस्टिस बी.वी. नागरत्ना, केरल हाई कोर्ट के जस्टिस सी.टी. रवि कुमार, मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस एम.एम. सुंदरेश, गुजरात हाई कोर्ट की जस्टिस बेला एम. त्रिवेदी और सीनियर एडवोकेट पीएस नरसिम्हा ने शपथ ली।
सीनियर एडवोकेट नरसिम्हा अडिशनल सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं। वह नौवें वकील हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में सीधे जस्टिस नियुक्त किया जा रहा है। सीनियॉरिटी के हिसाब से वह 30 अक्टूबर, 2027 में भारत के चीफ जस्टिस बनेंगे।