पीएम मोदी के रहते किसी और गठबंधन में जाने का सवाल नहीं उठता : चिराग पासवान
नई दिल्ली, 23 मार्च। बिहार में इस वर्षांत प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव के साथ केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) प्रमुख चिराग पासवान की मुलाकात ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। ये कयास लगाये जाने लगे हैं कि तेजस्वी और चिराग एक साथ आ सकते हैं। फिलहाल चिराग पासावान ने इन कयासों को सिरे से खारिज कर दिया है।
‘यदि दूसरे गठबंधन में जाना होता तो मैं वर्ष 2020 में जा सकता था’
चिराग पासवान ने एक विशेष बातचीत के दौरान कहा, ‘यदि दूसरे गठबंधन में मुझे जाना होता तो मैं वर्ष 2020 में जा सकता था। 2020 में जब मैं गठबंधन से अलग हुआ था, तो किसी वैकल्पिक गठबंधन में जा सकता था। संभव है कि मेरा प्रदर्शन बहुत ज्यादा बेहतर रहता और बिहार में हम लोग एक मजबूत स्थिति में होते। लेकिन उस वक्त भी मैंने गठबंधन से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ना पसंद किया और किसी का वैकल्पिक गठबंधन नहीं बना। मीडिया में जिस वीडियो का जिक्र किया जा रहा है, तो मैं साफ कर देना चाहता हूं कि तेजस्वी मेरे छोटे भाई हैं, उनके परिवार को हमेशा मैंने अपना परिवार माना है। लालू प्रसाद यादव मेरे लिए पिता जैसे और राबड़ी देवी मां जैसी हैं।’
‘मैं एक शहीद परिवार को सांत्वना देने गया था, वहां सभी दलों के नेता मौजूद थे’
लोजपा (राम विलास) नेता ने चिराग ने आगे कहा, ‘इस बात को हमेशा मैंने स्वीकार किया है। ऐसे में वो परिस्थिति जहां पर उनसे मेरी मुलाकात हुई, ये भी भारत के लोकतंत्र की उन खूबसूरत तस्वीरों में से है, जहां पक्ष, विपक्ष सब एकजुट होकर हमारे शहीद और उनके परिवारों के लिए खड़ा है। जहां वो भी उस शहीद परिवार से ही मिलने गए थे, जिन्होंने अपनों को खोया, वहीं मैं भी पहुंचा था। इस दौरान उनसे मुलाकात हुई।’
‘उपचुनाव में सभी 4 सीटें जीतकर हमने 100 फीसदी स्ट्राइक रेट दी है’
चिराग पासवान ने कहा, ‘एनडीए काफी मजबूत गठबंधन है। हम लोग मजबूती के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में जाएंगे। उपचुनाव परिणाम से हम लोगों में उत्साह बढ़ा हुआ है। उपचुनाव में सभी चार सीटें जीतकर हम लोगों ने 100 फीसदी स्ट्राइक रेट दी है। यकीनन बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों में हम 225 से ज्यादा सीटें जीतकर हम लोग सरकार बनाएंगे। बिहार में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनेंगे।’
