देश के व्यस्ततम दिल्ली हवाई अड्डे पर दिनभर रही अफरातफरी, ATC सिस्टम में खामी से 800 उड़ानें प्रभावित
नई दिल्ली, 7 नवम्बर। देश के व्यस्ततम एयरपोर्ट दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को दिनभर अफरातफरी का माहौल रहा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) सिस्टम में तकनीकी खामी के कारण करीब 800 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें विलंबित रहीं।
सिस्टम में खामी ठीक करने में जुटे हैं तकनीकी अधिकारी
दिल्ली एयरपोर्ट पर सभी एयरलाइंस की उड़ानें प्रभावित हुईं हैं और तकनीकी अधिकारी इस खामी को ठीक करने के लिए लगे हुए हैं। इसका असर मुंबई एयरपोर्ट पर भी दिख रहा है। इंडिगो, एअर इंडिया, स्पाइसजेट और अकासा एयर जैसी विमानन कम्पनियों ने कहा कि हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली में तकनीकी खामी के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर उनकी उड़ानों में देरी हो रही है।
दरअसल, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रोजाना 1,500 से अधिक फ्लाइट्स को ऑपरेट करता है और देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। इस बीच भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने इस पर एक अपडेट दिया है। अथॉरिटी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक तकनीकी समस्या आ गई थी। यह समस्या ऑटोमेटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई थी। इस वजह से फ्लाइट प्लान मैसेज को प्रोसेस करने में देरी हुई। यह दिक्कत 6 नवम्बर, 2025 को IP-आधारित AMSS सिस्टम में पाई गई।’
Update on Technical Fault at IGI Airport, New Delhi
NEW DELHI, November 7, 2025 – AAI at Indira Gandhi International Airport addressed a technical issue in the Automatic Message Switching System (AMSS), which caused delays in processing flight plan messages. The issue was…
— Airports Authority of India (@AAI_Official) November 7, 2025
एएआई का दावा
AAI ने कहा कि इस समस्या को देखते ही, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) के सचिव ने एक मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में AAI के चेयरमैन, मेंबर ANS और दूसरे अधिकारी शामिल हुए। सचिव ने समस्या को ठीक करने के लिए जरूरी निर्देश दिए। समस्या को सुलझाने के लिए सिस्टम बनाने वाली कम्पनी (OEM) को बुलाया गया। साथ ही, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम के लिए फ्लाइट प्लान को मैन्युअल रूप से प्रोसेस करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को भी लगाया गया। इससे हवाई यातायात का संचालन बिना किसी रुकावट और सुरक्षित तरीके से चलता रहा।
अथॉरिटी ने कहा कि अब भी ECIL के अधिकारी और AAI के कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं। AMSS सिस्टम अब ठीक से काम कर रहा है। कुछ फ्लाइट प्लान्स का बैकलॉग होने की वजह से ऑटोमेटेड ऑपरेशन्स में थोड़ी देरी हो सकती है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि पिछले दो दिनों में हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली में रुक-रुक कर समस्याएं आ रही थीं और तकनीकी समस्या का सुबह करीब 5.45 बजे से प्रणाली पर काफी असर पड़ने लगा।
800 उड़ानों पर असर
उड़ानों पर नजर रखने वाली वेबसाइट फ्लाइटरडार24 डॉट कॉम पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, दिल्ली हवाई अड्डे पर 800 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई है और प्रस्थान करने वाली उड़ानों में लगभग 50 मिनट की देरी हो रही है। प्रभावित उड़ानों में आगमन और प्रस्थान दोनों शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, बोर्डिंग गेट के पास लंबी कतारें लगी हुई थीं और सैकड़ों यात्री हवाई अड्डा टर्मिनल के अंदर उड़ान की जानकारी के लिए इंतजार कर रहे थे।
सूत्रों ने बताया कि ऑटो ट्रैक सिस्टम (एएमएस) के लिए सूचना उपलब्ध कराने वाले एएमएसएस में कुछ समस्याएं हैं। इस प्रणाली में जारी समस्याओं के कारण हवाई यातायात नियंत्रक उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर गैर कम्प्यूटरीकृत तरीके से काम कर रहे हैं, जिसमें समय लगता है और इसके परिणामस्वरूप कई उड़ानें विलंबित हो रही हैं।
