इजराइल-हमास युद्ध के 47 दिनों बाद सीजफायर, 4 दिनों में 50 बंधकों की होगी रिहाई, 150 फलस्तीनी भी छूटेंगे
यरुशलम, 22 नवम्बर। इजरायल व हमास के बीच युद्ध के 47 दिनों बाद आखिर सीजफायर हो गया है। कतर व अमेरिका की पहल से एक अभूतपूर्व घटनाक्रम के तहत इजराइली कैबिनेट ने हमास के साथ जंग में सीजफायर को मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शुरुआत में चार दिनों के लिए हुए सीजफायर में इजराइल के 30 बच्चों सहित 50 बंधकों की रिहाई होगी। वहीं इजराइल भी 150 फलस्तीनियों को छोड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि हमास के आतंकियों ने गत सात अक्टूबर को इजराइल में अचानक हमला कर लगभग 240 लोगों को किडनैप कर उन्हें बंधक बना लिया था। इजराइल ने तत्काल जवाबी हमला शुरू कर दिया था। तब से जारी जंग में कई हजार लोग मारे जा चुके हैं।
रिहा किए जाने वाले बंधकों में 30 बच्चे और 20 महिलाएं शामिल
इजराइल सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार अगले चार दिनों में हमास इन बंधकों को रिहा करेगा। इस दौरान इजराइल की ओर से हमला पूरी तरह से बंद रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार हमास जिन बंधकों को रिहा करेगा, उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। इन्हें 10 से 12 के समूह में रिहा किया जाएगा। तेल अवीव की मीडिया के अनुसार जिन लोगों को रिहा किया जाएगा, उनमें 30 बच्चे, 8 माताएं और 12 महिलाएं शामिल हैं।
इजराइल ने कहा, ‘इजरायली सरकार सभी अपहृत लोगों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंगलवार रात, सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कम से कम 50 इजराइली नागरिकों को चार दिनों की अवधि में रिहा किया जाएगा, इस दौरान लड़ाई में शांति रहेगी।’
हर 10 बंधकों की रिहाई के बदले एक दिन बढ़ जाएगा सीजफायर
इजराइल ने साथ ही स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमास यदि 10 और बंधकों को छोड़ता है तो सीजफायर की मियाद एक दिन और बढ़ जाएगी। बता दें कि अभी हमास के पास इजराइल के 240 बंधक मौजूद हैं। यानी कि यदि हमास 50 के अलावा 10 और इजरायली बंधकों को छोड़ता है तो इजराइल अपनी ओर से सीजफायर को एक दिन और बढ़ा देगा।
सीजफायर में कतर व अमेरिका की पहल काम आई
गौरतलब है कि लगभग सात हफ्तों से चली आ रही जंग में युद्धविराम कराने के लिए कतर में लगातार कूटनीतिक हलचलें चल रही थीं। इसमें कतर के अलावा अमेरिका भी शामिल है। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस युद्धविराम को संभव कराने में अहम भूमिका निभाई है।
इजराइली जेलों में बंद 150 फलस्तीनी भी होंगे रिहा
सूत्रों के हवाले से यह जानकारी भी मिली है कि 50 बंधकों के बदले में इजराइल 150 फलस्तीनी बंधकों को भी रिहा करेगा। हालांकि इजराइल सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। सीजफायर की शर्तों अब भी अस्पष्टता की स्थिति है।
खबर यह भी है कि ये ऐसे फलस्तीनी हैं, जिनमें महिलाएं और नाबालिग शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम के रहने वाले हैं। ये लोग इजराइल की जेलों में बंद थे। इजराइल ऐसे 150 लोगों को लौटने की अनुमति दे रहा है।
नेतन्याहू बोले – हमास के खात्मे तक जारी रहेगी जंग
फिलहाल इजराइल सरकार ने यह भी कहा है कि IDF और इजराइल की सेना हमास का सफाया करने तक और बंधक बनाए गए इजरायलियों की वापसी तक जंग जारी रखेगी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कैबिनेट की मीटिंग शुरू होने से पहले कहा – ‘आज रात हमारे सामने एक कठिन फैसला लेना है, लेकिन यह सही फैसला है।’
कैबिनेट मीटिंग के दौरान विपक्ष ने सरकार को आगाह किया
कैबिनेट मीटिंग के दौरान विपक्ष ने सरकार को आगाह किया कि इस डील से हमास की कैद में मौजूद सभी बंधकों को छुड़ाने की इजराइल की काबिलियत पर नकारात्मक असर पड़ेगा। इसके अलावा हमास को मिटाने के इजराइल के मिशन को और भी जटिल बना देगा। विपक्ष ने कहा कि एक बार जंग को अस्थायी रुप से रोकने के बाद इसे फिर से शुरू करने में कई दिक्कतें आएंगी।
‘गाजा में ऐसी कोई इकाई नहीं बचेगी, जो इजराइल को धमकी दे‘
लेकिन प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि IDF युद्धविराम की मियाद खत्म होते ही और बंधकों के वापस आते ही फिर से जंग शुरू करेगा। उन्होंने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं। हम युद्ध में हैं और तब तक युद्ध में बने रहेंगे, जब तक हम अपने सभी उद्देश्यों, हमास को नष्ट करने और अपने सभी बंदियों और लापता लोगों को वापस पाने में सफल नहीं हो जाते। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि गाजा में ऐसी कोई इकाई नहीं बचेगी, जो इजराइल को धमकी देगी।’