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CBSE का सख्त निर्देश – उपस्थिति 75 फीसदी से कम हुई तो 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाएंगे छात्र

CBSE का सख्त निर्देश – उपस्थिति 75 फीसदी से कम हुई तो 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाएंगे छात्र

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नई दिल्ली, 12 अक्टूबर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए विद्यार्थियों की स्कूल में 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों के प्रधानाचार्यों/प्रमुखों को एक आधिकारिक नोटिस जारी कर इस आशय की सूचना दी है। बोर्ड ने सभी स्कूलों को याद दिलाया है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति के संबंध में सीबीएसई परीक्षा उपनियमों के नियम 13 और 14 का सख्ती से पालन करना चाहिए।

संबद्ध स्कूलों को नोटिस जारी कर दी सख्त हिदायत

सीबीएसई ने नोटिस जारी कर कहा है कि स्कूल केवल शैक्षणिक शिक्षा का केंद्र नहीं है बल्कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नोटिस में लिखा है, ‘विषय ज्ञान प्रदान करने के साथ-साथ, स्कूल एक्ट्राकरिकुलम एक्टिविटीज, टीम वर्क, चरित्र निर्माण, मूल्यों को आत्मसात करने, सहयोग, विविधता का सम्मान, समावेश और बहुत कुछ की सुविधा प्रदान करते हैं। इसलिए, छात्रों की स्कूल में नियमित उपस्थिति उनके सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।’

केवल चिकित्सा आधार पर 25% की छूट

सीबीएसई के नियमों के अनुसार, बोर्ड परीक्षाओं में बैठने के लिए छात्रों के लिए न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। सीबीएसई ने नोटिस में आगे लिखा, ‘बोर्ड केवल चिकित्सा आपात स्थिति, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी और अन्य गंभीर कारणों जैसे आपात स्थितियों के मामलों में 25 फीसदी छूट देता है, बशर्ते जरूरी दस्तावेज जमा किए गए हों।’

छात्रों को बिना जानकारी छुट्टी लेना पड़ेगा भारी

स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों और अभिभावकों को उपस्थिति पूरी नहीं होने के संभावित परिणामों के बारे में बताएं। बोर्ड ने यह भी हिदायत दी कि सीबीएसई द्वारा स्कूलों के अचानक निरीक्षण के समय यह पाया जाता है कि छात्र उचित छुट्टी रिकॉर्ड के बिना अनुपस्थित हैं, तो यह माना जाएगा कि वे नियमित रूप से स्कूल नहीं आ रहे हैं।

सीबीएसई ऐसे छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति नहीं देगा। साथ ही स्कूल द्वारा सीबीएसई को अटेंडेंस की कमी के मामले प्रस्तुत करने के बाद रिकॉर्ड में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा और उपस्थिति की गणना शैक्षणिक सत्र की पहली जनवरी के अनुसार की जाएगी।

5 नवम्बर से शुरू होंगी प्रायोगिक परीक्षाएं

उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने हाल ही में 10वीं और 12वीं बोर्ड प्रायोगिक परीक्षाओं की डेटशीट जारी है। प्रायोगित परीक्षाएं पांच नवम्बर से शुरू होंगी और पांच दिसम्बर तक चलेंगी। वहीं बोर्ड परीक्षाएं फरवरी, 2025 से शुरू हो सकती हैं, जो अप्रैल तक चलेंगी।

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