नई दिल्ली, 12 मई। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार को अपराह्न 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के नतीजे भी जारी कर दिए। इससे पहले आज ही पूर्वाह्न बोर्ड ने 12वीं कक्षा के रिजल्ट जारी किए थे। छात्र-छात्राएं सीबीएसई के आधिकारिक वेबसाइट पर नतीजे चेक कर सकते हैं। 10वीं में इस बार 93.12 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
पास प्रतिशत में 1.28 फीसदी की गिरावट, लड़कियां फिर आगे
हालांकि पास प्रतिशत में पिछली बार के मुकाबले 1.28 फीसदी की गिरावट है। वर्ष 2022 में पास प्रतिशत 94.40 प्रतिशत था। वैसे कोविड से पहले के आकड़ों को देखें तो इस बार के रिजल्ट ज्यादा बेहतर हैं। साल 2019 में 91.10% स्टूडेंट पास हुए थे। इस बार यह 93 प्रतिशत से ज्यादा है। फिलहाल लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है और उनका पास प्रतिशत 94.25 रहा है। लड़कों का पास प्रतिशत 92.27 रहा।
12वीं की भांति 10वीं कक्षा की भी योग्यता सूची जारी नहीं हुई
बोर्ड ने अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए 12वीं कक्षा की तरह 10वीं कक्षा में भी योग्यता सूची प्रकाशित नहीं करने का फैसला किया। इसी क्रम में बोर्ड ने छात्रों के अंकों के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी देने की प्रथा भी खत्म कर दी।
छात्रों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए लिया गया निर्णय
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘छात्रों के बीच अस्वास्थ्यकर प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए सीबीएसई द्वारा कोई योग्यता सूची घोषित नहीं की जाएगी। हालांकि, बोर्ड उन 0.1 प्रतिशत छात्रों को योग्यता प्रमाण पत्र जारी करेगा, जिन्होंने विभिन्न विषयों में उच्चतम अंक प्राप्त किए हैं।’
सीबीएसई की इन वेबसाइट पर देखें रिजल्ट
विद्यार्थी CBSE की आधिकारिक वेबसाइट्स cbse.gov.in और cbseresults.nic.in पर जाकर 10वीं सहित 12वीं के भी रिजल्ट को चेक कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को अपना रोल नंबर दर्ज कराना होगा। नतीजे cbse.nic.in, digilocker.gov.in या results.gov.in पर भी देखे जा सकते हैं। इसके अलावा DigiLocker और UMANG एप के जरिए भी छात्र अपनी मार्कशीट हासिल कर सकते हैं।
सीबीएसई के 12वीं के ऐसे रहे परिणाम
इससे पहले सीबीएसई ने 12वीं के रिजल्ट भी जारी किए। इसमें 87.33 प्रतिशत विद्यार्थियों ने इस बार सफलता हासिल की है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 5.38 प्रतिशत कम है। पिछले साल सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षा में 92.71 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। हालांकि विद्यार्थियों के पास होने का प्रतिशत कोविड-19 महामारी फैलने से पहले 2019 के 83.40 प्रतिशत से अधिक है।