कनाडा ने दिया भारत को तोहफा : 22 जनवरी को ‘अयोध्या राम मंदिर दिवस’ घोषित, अमेरिका-फ्रांस में भी राम की धूम
नई दिल्ली, 21 जनवरी। अयोध्या स्थित राम मंदिर में सोमवार को होने वाले रामलला के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर में उल्लास का माहौल है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम भले अयोध्या में होगा, लेकिन राम की गूंज दुनियाभर में होगी। अमेरिका और फ्रांस ने पहले ही राम मंदिर को लेकर अपनी योजनाएं सामने रख दी थीं। अब कनाडा ने भी राम मंदिर के लिए भारत को बड़ा तोहफा दे दिया है।
कनाडा ने इस क्रम में 22 जनवरी को ‘अयोध्या राम मंदिर दिवस’ घोषित करने का फैसला किया है। गौर करने वाली बात यह है कि यह फैसला उस समय लिया गया है, जब कनाडा से पिछले कई महीनों से भारत के रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं। दोनों देशों में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
कनाडा की तीन नगर पालिकाओं ने 22 जनवरी को ‘अयोध्या राम मंदिर दिवस’ घोषित किया है। हिन्दू कैनेडियन फाउंडेशन (एचसीएफ) के संस्थापक और अध्यक्ष अरुणेश गिरि ने बताया कि एचसीएफ ने विश्व जैन संगठन कनाडा (वीजेएससी) के साथ मिलकर तीन शहरों – ब्रैम्पटन, ओकविले और ब्रैंटफोर्ड ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या राम मंदिर दिवस की सफलतापूर्वक घोषणाएं की हैं।
ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन की भारत की संस्कृति को सम्मान देने की घोषणा
वहीं ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने अपनी घोषणा में भारत की संस्कृति को सम्मान देने की बात भी कही है। पैट्रिक ब्राउन की उद्घोषणा में कहा गया है कि ‘दिन का उत्सव’ समुदाय के लिए इस महत्वपूर्ण अवसर के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को सम्मान देने और पहचानने में एक अवसर के रूप में काम करेगा।
मारीशस में जलाए जाएंगे दीप, रामायण का पाठ भी होगा
कनाडा के अलावा मारीशस ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन अपनी योजनाओं की घोषणा की थी। मारीशस में इस दिन को यादगार बनाने के लिए दीये जलाए जाएंगे और रामायण का पाठ भी किया जाएगा।
सरकारी हिन्दू कर्मचारियों को अवकाश देने का भी फैसला
मॉरीशस के उच्चायुक्त हेमंडोयल डिलम ने कहा कि उनके पास मॉरीशस समुदाय के लिए रोमांचक योजनाएं हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन मॉरीशस के सभी मंदिरों में दीये जलाए जाएंगे और रामायण का पाठ भी किया जाएगा। मॉरीशस सरकार ने 22 जनवरी को सरकारी हिन्दू कर्मचारियों को अवकाश देने का फैसला भी किया है।