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मध्य प्रदेश चुनाव : भाजपा-कांग्रेस को टक्कर देने के लिए बसपा ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ किया गठबंधन

मध्य प्रदेश चुनाव : भाजपा-कांग्रेस को टक्कर देने के लिए बसपा ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ किया गठबंधन

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भोपाल, 1 अक्टूबर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी भाजपा और मुख्य विपक्ष दल कांग्रेस से मुकाबले के लिए कमर कस ली है। इस क्रम में पार्टी ने अपनी खेमेबंदी को मजबूत करते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) के साथ चुनावी गठबंधन की घोषणा की है।

बसपा 178 सीटों पर लड़ेगी चुनाव, जीजीपी को 52 सीटें

बसपा के राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम और जीजीपी के महासचिव बलबीर सिंह तोमर ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बसपा राज्य की 230 सीटों में 178 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि जीजीपी 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा, ‘आगामी विधानसभा चुनाव में बसपा और जीजीपी का लक्ष्य है कि मध्य प्रदेश में दलितों, आदिवासियों और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को खत्म करते हुए गठबंधन की सरकार बनाई जाए।’

पिछड़ों व महिलाओँ पर हो रहे अत्याचार को खत्म कर गठबंधन सरकार बनाने का लक्ष्य

दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा, ‘बसपा और जीजीपी का उद्देश्य है कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस के तानाशाही और पूंजीवादी शासन से मध्य प्रदेश की जनता को राहत मिले और इस दोनों को मध्य प्रदेश से उखाड़कर हम गरीबों को उनका न्याय दिलाएं।’

2018 के चुनाव में बसपा ने जीती थीं दो सीटें

गौरतलब है कि वर्ष 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा ने दो सीटें जीतीं थी, जिसमें से पार्टी का विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गया था। वहीं जीजीपी की बात करें तो लगभग तीन दशक पहले तत्कालीन अविभाजित मध्य प्रदेश में उसका गठन एक आदिवासी संगठन के रूप में हुआ था। जीजीपी ने साल 1998 के विधानसभा में एक सीट जीती थी जबकि वर्ष 2003 के चुनाव में उसने तीन सीटें जीतीं, जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई ने दावा किया कि 1991 में गठित जीजीपी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने अनिश्चित भविष्य की ओर देख रही है। उन्होंने कहा कि हालांकि जीजीपी ने वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त क्षमता दिखाई थी, लेकिन 2008 और 2013 में पार्टी कुछ खास नहीं कर सकी थी। वर्ष2018 के चुनाव में जीजीपी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था, लेकिन उसका प्रदर्शन कोई खास नहीं था।

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