ब्रिटेन : राजनीतिक हलचल के बीच बोरिस जॉनसन लंदन पहुंचे, पीएम पद की रेस में हो सकते हैं शामिल
लंदन, 22 अक्टूबर। प्रधानमंत्री लिज ट्रस के इस्तीफे की घोषणा के बाद पैदा हुए राजनैतिक हालात में सत्ता के समीकरण को एक बार फिर साधने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन शनिवार को ब्रिटेन वापस आ गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बोरिस जॉनसन डोमिनिकन गणराज्य में छुट्टियां मनाने के लिए गये हुए थे, लेकिन ब्रिटेन की सत्ता में मची उथल-पुथल को देखते हुए उन्हें लंदन वापसी पर मजबूर होना पड़ा है।
जॉनसन की लंदन वापसी के साथ ब्रिटेन के राजनैतिक गलियारों में इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि वह एक बार फिर सत्ता पर काबिज होने के लिए व्यापक तैयारी कर रहे हैं। गत जुलाई में राजनीतिक और व्यक्तिगत घोटालों के आरोपों की वजह से सत्ता गंवाने वाले पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के सहयोगियों का कहना है कि वह ट्रस की रिक्त हुई जगह की भरपाई के लिए एक बार फिर से तैयार हैं।
जॉनसन ने अब तक अपनी दावेदारी के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा
हालांकि इन अटकलों के बीच 58 वर्षीय बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री पद के लिए अब तक अपनी दावेदारी के बारे में कोई स्पष्ट बात नहीं कही है। माना जा रहा है कि वह सारी राजनैतिक संभावनाओं को समझने के बाद ही कोई कदम उठाने के बारे में अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे।
जॉनसन को ऋषि सुनक के साथ करना पड़ेगा कड़ा सियासी संघर्ष
पीएम रेस में जॉनसन को आगे बढ़ने के लिए संसद में कम से कम 100 आवश्यक कंजर्वेटिव सदस्यों के वोट हासिल करने की जानकारी सामने आ रही है। यदि वह पीएम रेस में उतरते हैं तो उन्हें अपने ही पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक के साथ कड़ा सियासी संघर्ष करना पड़ेगा। ऋषि सुनक पहले ही संसद में 100 वोट की सीमा को पार कर चुके हैं। हालांकि, सुनक ने भी अब तक इसकी घोषणा नहीं की है।
पेनी मॉर्डंट ने औपचारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी घोषित की
वहीं जॉनसन और सुनक के अलावा एक अन्य कैबिनेट सदस्य पेनी मॉर्डंट ने शुक्रवार को औपचारिक तौर से पीएम पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी। ऐसा करने वाली मॉर्डंट पहली कंजर्वेटिव सांसद बनी हैं। जॉनसन द्वारा जुलाई में पीएम पद छोड़ने के बाद मॉर्डंट भी कंजर्वेटिव पार्टी की ओर से पीएम पद की रेस में थी, लेकिन आखिरी समय में वह उम्मीदवारी की अंतिम जगह बनाने में चूक गई थीं।
100 वोटों की आवश्यक शर्त पूरा कर सुनक रेस में सुरक्षित
मौजूदा समय में ब्रिटेन की संसद में कुल 357 कंजर्वेटिव सदस्य हैं, जिसका सीधा मतलब है कि पीएम पद के लिए केवल तीन उम्मीदवार ही 100 वोटों की आवश्यक शर्त को पूरा कर पाएंगे। चूंकि ऋषि सुनक इस रेस में सुरक्षित हैं, इसलिए असली पेंच बोरिस जॉनसन और पेनी मॉर्डंट के बीच ही फंसने के आसार हैं। यदि तीनों उम्मीदवार जरूरी योग्यता प्राप्त कर लेते हैं, तो सबसे कम मत वाले उम्मीदवार को रेस से बाहर होना होगा।