संसद की सुरक्षा में चूक के मामले के तथ्यों से ध्यान भटकाना चाहता है भाजपा का आईटी सेल, कांग्रेस का आरोप
नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को संसद में हुए हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने गुरुवार को आरोप लगाया कि संसद की सुरक्षा में गंभीर चूक हुई है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रकोष्ठ तथ्यों से ध्यान भटकाना चाहता है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि भाजपा का आईटी प्रकोष्ठ किसी भी तरह से दो तथ्यों से ध्यान भटकाना चाहता है। पहला यह कि संसद की सुरक्षा में गंभीर चूक हुई। और दूसरा तथ्य यह है कि लोकसभा में खतरनाक ढंग से घुसपैठ करने वालों का, मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने संसद में प्रवेश के लिए पास बनाया था।
संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया।
इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया। सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई है। संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।