नूपुर शर्मा प्रकरण में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा – ‘क्या हम पूरे भारत को कश्मीर बना देना चाहते हैं’
नई दिल्ली, 10 जून। पैगंबर मोहम्मद पर कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदाय ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसे लेकर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं और पूछा है कि क्या हम पूरे भारत को कश्मीर बना देना चाहते हैं।
दरअसल, पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। इन विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर था।
हालात नहीं सुधरे तो क्या अमित शाह को गृह मंत्री बने रहना चाहिए?
इसी को लेकर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म कू पर लिखा – ‘पूरा भारत कश्मीर जैसा लग रहा है। मैं चाहता था कि कश्मीर पूरे भारत जैसा हो। क्या केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास इस समस्या का कोई समाधान है? अगर अगले 48 घंटों में हालात नियंत्रण में नहीं आए तो क्या अमित शाह को गृह मंत्री बने रहना चाहिए? यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तय करना है।’
राष्ट्रीय लोकदल ने भी नूपुर को लेकर सरकार पर साधा निशाना
वहीं विपक्ष भी केंद्र सरकार पर हमलावर हो गया है। इस क्रम में पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोकदल ने भी इस विवाद पर केंद्र सरकार से सवाल किया है। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने अपनी बात रखते हुए कू एप पर लिखा – जिस तरीके से उत्तर प्रदेश में हिंसा हुई है, यह सिद्ध होता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है। भाजपा को जवाब देना चाहिए कि वह नूपुर शर्मा को क्यों बचाना चाहती है जबकि यह है साफ है कि धार्मिक भावनाओं और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने में नूपुर शर्मा के बयान में अहम भूमिका निभाई है।’
गौरतलब है कि विवाद की वजह एक टीवी डिबेट में बातचीत के दौरान भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा पर पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने का आरोप है, जिसपर कई देशों ने नाराजगी जताई है। इस पर भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया। नूपुर के खिलाफ कई जगहों पर एफआईआर भी हुई थी। लेकिन अब इन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग को लेकर देशभर में व्यापक विरोध हो रहा है।