विश्व भारोत्तोलन : बिंद्यारानी देवी ने 55 किलो वर्ग के क्लीन एंड जर्क में भारत को दिलाया पहला स्वर्ण पदक
ताशकंद, 10 दिसंबर। भारत की महिला भारोत्तोलक सोरोखैबम बिंद्यारानी देवी ने उज्बेकिस्तान की राजधानी में चल रही आईडब्ल्यूएफ सीनियर विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप के 55 किलोभार वर्ग के क्लीन एंड जर्क में स्वर्ण पदक जीता।
प्रतियोगिता के मौजूदा संस्करण में 10 महिला और 10 पुरुष भारोत्तोलकों के भारतीय दल का यह पहला पदक था और बिंद्यारानी ने कुल 198 किलो वजन उठाकर 11 भारोत्तोलकों के बीच चौथा स्थान प्राप्त किया। गत चार दिसंबर से आगामी 18 दिसंबर तक आयोजित प्रतियोगिता के साथ ही सीनियर राष्ट्रकुल भारोत्तोलन चैंपियनशिप भी चल रही है, जिसे बर्मिंघम राष्ट्रकुल खेल 2022 की क्वालीफाइंग स्पर्धा भी माना गया है।
बिंद्यारानी देवी क्लीन एंड जर्क में 114 किग्रा भार उठाकर बाजी मारी
ग्रुप बी में एस. बिंद्यारानी देवी ने 114 किग्रा भार उठाकर क्लीन एंड जर्क वर्ग में प्रथम स्थान पदक जीता। दक्षिण कोरिया की यूंजी हैम ने भी 114 किग्रा के साथ क्लीन एंड जर्क में रजत जीता जबकि नाइजीरियाई एडिजाट एडेनाइकी ओलारिनोय (113 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता।
स्नैच में 84 किलो भार उठा सकी भारतीय लिफ्टर
हालांकि बिंद्यारानी ने स्नैच में 84 किलो वजन उठाया और प्रथम तीन में स्थान नहीं बना सकीं। स्नैच का स्वर्ण पदक मौजूदा जूनियर विश्व चैंपियन ट्यूनीशिया की घोफ्रेन बेल्खिर (92 किग्रा), रजत पदक यूक्रेन की स्वितलाना सैमुलिएक (91 किलो) ने और कांस्य पदक ओलारिनोय (90 किग्रा) ने जीता।
कुल योग में घोफ्रेन बेलखिर ने 203 किग्रा के साथ स्वर्ण जीता। रजत ओलारिनोय (203 किग्रा) के नाम रहा जबकि कांस्य पदक स्वितलाना (201 किग्रा) के हाथ लगा। बिंद्यारानी देवी चौथे स्थान पर रहीं।
राष्ट्रकुल भारोत्तोलन में बिंद्यारानी को रजत पदक
दूसरी तरफ राष्ट्रकुल भारोत्तोलन में बिंद्यारानी (198 किग्रा) ने रजत पदक जीता जबकि स्वर्ण पदक ओलारिनोय (203 किग्रा) के नाम रहा। इस प्रकार ओलारिनोय ने न सिर्फ तीन विश्व चैंपियनशिप पदक जीते, बल्कि राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप भी जीती और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाई कर लिया। माल्टा की तेनिशिया थॉर्नटन (162 किग्रा) तीसरे स्थान पर रहीं।
गुरुराजा को राष्ट्रकुल भारोत्तोलन के 61 किलो वर्ग में रजत
उधर पुरुषों की राष्ट्रकुल भारोत्तोलन चैंपियनशिप के 61 किलो वर्ग में भारत के गुरु राजा ने 265 किलो भार उठाकर रजत पदक जीता। मलेशिया के अजनील बिन बिदिन मुहम्मद ने 273 किलो भार उठाकर स्वर्ण पदक पर अधिकार किया और राष्ट्रमंडल खेलों का टिकट भी सुरक्षित कर लिया। श्रीलंकाई अर्चिलगे चतुरंगे लक जयसूर्या (258 किग्रा) को कांस्य से संतोष करना पड़ा।
झिली दलबेहरा और संकेत महादेव ने जीते राष्ट्रकुल खिताब
इसके पूर्व बुधवार को भारत की झिली दलबेहरा ने राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। झिली ने स्नैच में 73 किलोग्राम तथा क्लीन और जर्क में 94 किलोग्राम वजन के साथ कुल 167 किलोग्राम वजन उठाकर बाजी मारी थी। उनके पहले संकेत महादेव सरगर ने पुरुषों के 55 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। संकेत ने स्नैच में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था।