नव संकल्प चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस को तगड़ा झटका, सुनील जाखड़ ने छोड़ी पार्टी
चंडीगढ़, 14 मई। उदयपुर में जारी तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा, जब पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी को गुड बाय कह दिया है। पंजाब विधानसभा चुनाव से ही पार्टी के साथ जारी मनमुटाव का अंत शनिवार को हुआ, जब पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने फेसबुक लाइव करके पार्टी छोड़ने का एलान किया।
पार्टी को नसीहत – इस तरीके से चिंतन शिविर लगाने से कुछ नहीं होगा
सुनील जाखड़ ने पार्टी से इस्तीफे के साथ ही शीर्ष नेतृत्व को नसीहत भी दी कि इस तरीके से चिंतन शिविर लगाने से कुछ नहीं होगा। उन्होंने अपना दर्द जाहिर करते हुए कहा कि नोटिस उन लोगों को जारी करना चाहिए था, जिन्होंने कांग्रेस का नुकसान किया है।
'Dil ki Bat'
https://t.co/JfJqcPP2SA— Sunil Jakhar (@sunilkjakhar) May 14, 2022
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत बलराम जाखड के पुत्र सुनील जाखड़ ने कांग्रेस आलाकमान पर यह भी आरोप लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद सीएम की नियुक्ति के मसले पर पंजाब के एक खास नेता की बातें सुनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार की तीन पीढ़ियों ने 50 साल तक कांग्रेस की सेवा करने के बाद ‘पार्टी लाइन पर नहीं चलने’ के लिए कांग्रेस के सभी पदों को छीन लिए जाने पर उनका दिल टूट गया, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया है।
कांग्रेस को चिंता शिविर की जरूरत
फेसबुक लाइव के दौरान सुनील जाखड़ ने कहा, ‘कांग्रेस का चिंतन शिविर सिर्फ औपचारिकता था। कांग्रेस को चिंता शिविर की जरूरत है। यूपी चुनाव में 390 सीटों पर कांग्रेस पार्टी को दो हजार वोट मिले। गोवा-उत्तराखंड में सरकार के खिलाफ विरोध के बाद भी कांग्रेस जीत नहीं पाई। मैं मानता हूं कि कांग्रेस को इस पर सोचने की जरूरत है। इन खामियों के लिए मैं सिर्फ हाईकमान को जिम्मेदारी नहीं ठहरा रहा, इसमें और की भी कमियां रही हैं।’
राहुल की तारीफ, रावत व अंबिका की आलोचना
सुनील जाखड़ ने लाइव के दौरान राहुल की जमकर तारीफ की। उन्होंने राहुल गांधी को चापलूसों से सावधान रहते हुए पार्टी की कमान अपने हाथों में लेने की नसीहत दी। इसके अलावा जाखड़ ने पंजाब प्रभारी रहे हरीश रावत पर भी निशाना साथा. वह अंबिका सोनी के ‘पंजाब का सीएम हिन्दू होना चाहिए’ वाले बयान पर भी जमकर बरसे।
जाखड़ के बचाव में आए नवजोत सिद्धू
इस बीच पंजाब के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने सुनील जाखड़ का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सुनील जाखड़ को नहीं छोड़ना चाहिए। वो कांग्रेस पार्टी की एक संपत्ति है। किसी भी मतभेद को मेज पर हल किया जा सकता है।
2 वर्षों के लिए पार्टी ने किया था सस्पेंड
गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अनुशासनात्मक पैनल ने गत 26 अप्रैल को सुनील जाखड़ को 2 वर्षों के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। उन्होंने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी और पंजाब में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस की हार के बाद उन्हें जिम्मेदार करार दिया था।