टोक्यो, 27 अगस्त। भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन हसमुख भाई पटेल ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों के इतिहास में शुक्रवार को नया अध्याय लिख दिया, जब वह पदक पक्का करने वाली देश की पहली पैडलर बन गईं।
झांग मियाओ से सेमीफाइनल में होगी टक्कर
34 वर्षीया भाविना का क्वार्टरफाइनल मैच पूरी तरह एकतरफा साबित हुई, जिसमें उन्होंने अपनी सर्बियाई प्रतिद्वंद्वी बोरिस्लावा रैंकोविच पेरिच को सिर्फ 18 मिनट में 3-0 (11-5, 116,11-7) से मात दे दी। विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर काबिज भाविनाबेन की शनिवार को सेमीफाइनल में चीन की झांग मियाओ से टक्कर होगी।
सेमीफाइनल में पराजय पर भी कांस्य पदक पक्का
लेकिन सेमीफाइनल पराजय पर भी कम से कम कांस्य पदक की गारंटी है। टोक्यो पैरालंपिक टेबल टेनिस में कांस्य पदक का कोई प्ले-ऑफ नहीं है और सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक की गारंटी है। वर्ष 2017 में अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) गवर्निंग बोर्ड ने सभी पदक स्पर्धाओं में तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ को हटाने और हारने वाले दोनों सेमीफाइनलिस्ट को कांस्य पुरस्कार देने के अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ के अनुरोध को मंजूरी दे दी थी।
अंतिम 16 में ब्राजीली खिलाड़ी को मात दी थी
इससे पहले दिन में भाविनाबेन ने ब्राजील की जॉयस डी ओलिवेरा को 12-10, 13-11,11-6 से हराकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बनीं थीं। क्लास चार की श्रेणी के एथलीटों के पास बैठने का उचित संतुलन और पूरी तरह कार्यात्मक हथियार और हाथ होते हैं। उनकी हानि रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में घाव या सेरेब्रल पाल्सी के कारण हो सकती है।
देशवासियों से की समर्थन की अपील
क्वार्टर फाइनल में सिर्फ एक बार पिछड़ने वालीं पटेल ने मैच के बाद कहा, ‘मैं भारत के लोगों के समर्थन के कारण अपना सेमीफाइनल मैच जीत सकती हूं। कृपया मेरा समर्थन करते रहें ताकि मैं अपना सेमीफाइनल मैच जीत सकूं।’
दिलचस्प तो यह रहा कि ग्रुप चरण का पहला मैच गंवाने के बाद भाविना पटेल ने लगातार तीन मैच जीतकर अंतिम चार का सफर तय किया। हालांकि भाविना की हमवतन सोनलबेन मनुभाई पटेल गुरुवार को अपने दोनों ग्रुप मैच हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई थीं।
दीपा मलिक ने दीं शुभकामनाएं
उधर भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने भाविनाबेन को शुभकामनाएं देते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो फुटेज में कहा, ‘यह निश्चित है कि हम उससे पदक देख सकते हैं। कल सुबह का मैच (सेमीफाइनल) एक बड़ा निर्णायक है कि वह किस रंग का पदक जीतेगी।’