उत्तराखंड : उत्तरकाशी धराली आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान के चलते ड्रोन उड़ाने पर लगा प्रतिबंध
उत्तरकाशी, 10 अगस्त। उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित धराली सहित आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन क्षेत्रों में हर्षिल, मातली, धराली, चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी शामिल हैं। दरअसल, इस क्षेत्र में राहत बचाव के लिए हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं, जिनकी सुरक्षा को देखते हुए ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
गौरतलब है कि बीते पांच अगस्त को दोपहर करीब 1.30 बजे बादल फटने के बाद खीरगंगा में पहाड़ी से अचानक पानी के सैलाब के साथ मलबा भी आया, जिसने पलभर में पूरे बाजार को खत्म कर दिया। पानी का सैलाब और मलबा इतनी तेजी से नीचे आया था कि लोगों को भागने तक का भी मौका नहीं मिला। पलभर में पूरा बाजार मलबे के ढेर में दब गया।
पिछले 6 दिनों से जारी है रेस्क्यू अभियान
उसके बाद से प्रभावित क्षेत्रों में पिछले छह दिनों से लगातार रेस्क्यू अभियान जारी है। इस क्रम में धराली आपदा रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के दो चिनूक, दो एमआई-17 लगे हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से यूकाडा के आठ हेलीकॉप्टरों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है।
अभी हवाई माध्यम से ही राहत एवं बचाव कार्यों के अंजाम दिया जा रहा
हालांकि धराली में अभी हवाई माध्यम से ही राहत बचाव कार्यों को पूरी तरह के अंजाम दिया जा रहा है। धराली तक पहुंचने के सड़क मार्गे बाधित हैं, जिसके कारण ज्यादा से ज्याद उड़ानें भरी जा रही हैं। उड़ान भरने में हेलीकॉप्टरों को कोई दिक्कत न हो, इसे देखते हुए आपदा प्रभावित इलाकों में ड्रोन पर बैन लगाया गया है।
वहीं, अगर जमीनी राहत बचाव कार्यों की बात करें तो इसमें स्थानीय पुलिस प्रशासन के 25 लोग, राजपूताना राइफल्स के 150 जवान, सेना की घातक टीम के 12 जवान, आर्मी की स्पेशल फोर्स के 10 लोग, बीएजी रुड़की आर्मी के 30 जवान, आईटीबीपी के 250 जवान, एनडीआरएफ के 113 जवान, केनाईन डॉग, एसडीआरएफ 33 जवान, मेडिकल और डॉक्टरों की पांच लोग, अग्निशमन विभाग के 10 लोग, पुलिस वायरलैस के 15, प्रशासन, पुलिस के 25 लोग, खाद्य विभाग के 10(5 कैटरिंग टीम), यूपीसीएल के पांच लोग, सिंचाई विभाग के दो लोग, दूरसंचार के पांच कर्मचारी, राजस्व विभाग के पांच कर्मचारी, पीडब्लूडी के 25, बीआरओ के 20 कर्मचारी लगे हैं। कुल 815 लोग इस समय धराली आपदा के रेस्क्यू ऑपरेशन में घटनास्थल पर काम में लगे हैं।
