उड्डयन मंत्री सिंधिया ने जबलपुर-दिल्ली रूट पर की हवाई सेवा की शुरुआत, 421 करोड़ की योजना को मंजूरी
नई दिल्ली, 20 अगस्त। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश के महत्वपूर्ण जिले जबलपुर के बीच हवाई सेवा की शुरुआत की। उन्होंने नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (डॉ.) वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव प्रदीप खरोला के साथ वर्चुअल रूप से जबलपुर-दिल्ली सेक्टर के लिए इंडिगो उड़ान को झंडी दिखाई। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी वर्चुअल रूप से उपस्थित थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले सात वर्षों में भारतीय उड्डयन का जनतंत्रीकरण संभव हो पाया है, जो उड्डयन आम लोगों के लिए दूर का सपना था, वह अब सभी के लिए सुलभ होता जा रहा है। जबलपुर वस्तुतः मध्य प्रदेश के सबसे महत्पूर्ण शहरों में से एक है। इस शहर में विभिन्न सेक्टरों के लिए कई प्रकार के अवसरों की संभावना है।’
जबलपुर से अब दिल्ली, मुंबई, इंदौर व हैदराबाद से इंडिगो की आठ उड़ानें उपलब्ध
सिंधिया ने कहा, ‘आज से जबलपुर को देश की राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के साथ अतिरिक्त उड़ान कनेक्टिविटी प्राप्त हो गई है। इसके अतिरिक्त, इस शहर को 28 अगस्त से इंदौर तथा हैदराबाद से अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्राप्त होगी।’
पिछले माह स्पाइस जेट ने शुरू की थीं आठ उड़ानें
गौरतलब है कि पिछले वर्ष कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को गत जुलाई माह में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और केंद्रीय नागारिक उड्डयन मंत्री का पदभार संभालते ही उन्होंने मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों को देश के महानगरों से हवाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की घोषणा कर दी थी। इसी क्रम में पहले उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए आठ नई विमान सेवाओं को मंजूरी प्रदान की थी। निजी विमानन कम्पनी स्पाइसजेट की इन आठ उड़ानों का संचालन 16 जुलाई से प्रारंभ हुआ था। ये उड़ानें ग्वालियर-मुंबई, ग्वालियर-पुणे, जबलपुर-सूरत और अहमदाबाद-ग्वालियर के बीच संचालित की जा रही हैं।
35 दिनों के भीतर मध्य प्रदेश में 44 नई उड़ानों का प्रचालन
सिंधिया ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि पिछले 35 दिनों में हमने मध्य प्रदेश में 44 नई उड़ानों का प्रचालन आरंभ कर दिया है, जिनमें 26 विमान आवाजाही केवल जबलपुर से जुड़ी हुई है। महामारी के बावजूद हम न केवल पुराने रूटों का पुनरुत्थान कर रहे हैं बल्कि नए रूट भी आरंभ कर रहे हैं।’
जबलपुर हवाई अड्डे को दिया जाएगा अत्याधुनिक स्वरूप
उन्होंने यह भी कहा, ‘आज हम न केवल नए रूट तथा जबलपुर से नई उड़ानें आरंभ कर रहे हैं बल्कि हमने जबलपुर हवाई अड्डे के विकास के लिए 421 करोड़ रुपये की एक स्कीम को भी मंजूरी दी है। नई विकास योजनाओं में 10 हजार स्क्वायर फीट के एक नए टर्मिनल भवन का निर्माण, एक नया एटीसी टावर तथा बड़े विमान प्रचालनों को व्यवहार्य बनाने के लिए रनवे के विस्तार को 1,950 से 2,750 मीटर करना शामिल है।’
एमपी की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात है जबलपुर
ज्ञातव्य है कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात जबलपुर में 8 जिलों – जबलपुर, सिवनी, मांडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, कटनी, दिनदोरी तथा बालाघाट के डिविजनल मुख्यालय हैं। यह राज्य के सबसे मूल्यवान तथा विकसित शहरों में से भी एक है।
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त साधन मौजूद
हनुमंत बाड़ा जैन मंदिर, जबलपुर मदन महल, धुआंधार जलप्रपात, चौंसठ-योगिनी, भेड़ा घाट, मदन महल किले के निकट बैलेंसिंग रॉक, कचनार शहर में शिव प्रतिमा, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान जैसे बाघ अभ्यारण्य तथा पेंच नेशनल पार्क दुनिया भर के पर्यटकों को आमंत्रित करते हैं। इस शहर का एक समृद्ध इतिहास है और यह भारत की विरासत में भी झांकने का अवसर प्रस्तुत करता है।