अफगानिस्तान : काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पर हमला, राजदूत की हत्या की कोशिश, सुरक्षाकर्मी को लगीं गोलियां
काबुल, 2 दिसम्बर। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को पाकिस्तानी दूतावास पर हमला हुआ, जिसमें पाकिस्तानी दूतावास में तैनात एक गार्ड घायल हुआ। मीडिया की खबरों में बताया गया कि हमले के वक्त दूतावास में मौजूद पाकिस्तान के कार्यवाहक राजदूत उबैद निजामनी सुरक्षित हैं।
H.E. Ubaid ur Rehman Nizamani has joined the Embassy of Pakistan,Kabul, as Head of Mission. In his inaugural interaction with the Embassy staff,he emphasized that it would be his priority to work towards enhancing multifaceted bilateral cooperation between Pakistan & Afghanistan pic.twitter.com/NslqpFFyvT
— Pakistan Embassy Afghanistan (@PakinAfg) November 4, 2022
तालिबान की प्रारंभिक जांच में दावा किया गया है कि दूतावास के पास मौजूद इमारत से फायरिंग की गई थी। हमले के बाद तालिबान के सुरक्षाकर्मियों ने दूतावास को घेर लिया। आसपास के इलाकों की जांच की जा रही है। अब तक किसी भी हमलावर को पकड़ा नहीं जा सका है। दूतावास पर हमले के कारणों का भी खुलासा नहीं हुआ है।
हमले पर भड़के पीएम शहबाज शरीफ
इस बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी दूतावास पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मैं पाकिस्तानी मिशन के प्रमुख पर काबुल में कायराना हमले की निंदा करता हूं। मैं उनकी जान बचाने के लिए गोली खाने वाले बहादुर सुरक्षा गार्ड को सलाम करता हूं। सुरक्षा गार्ड के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना है। मैं इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ तत्काल काररवाई की मांग करता हूं।’ हालांकि, पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने इस हमले से जुड़ा कोई अपडेट अब तक जारी नहीं किया है।
I strongly condemn dastardly assassination attempt on 🇵🇰 Head of Mission, Kabul. Salute to brave security guard, who took bullet to save his life. Prayers for the swift recovery of security guard. I
demand immediate investigation & action against perpetrators of this heinous act— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) December 2, 2022
काबुल से अपने कुछ स्टाफ को निकालेगा पाकिस्तान
दूसरी तरफ पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के अनुसार पाक सरकार काबुल के दूतावास से अपने कुछ कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रही है। इसमें मिशन प्रमुख उबैद निजामनी और घायल एसएसजी गार्ड शामिल हैं। एसएसजी गार्ड को हमले में तीन गोलियां लगी हैं।
पाकिस्तान तालिबान में सबकुछ ठीक नहीं
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही पाकिस्तान और तालिबान के बीच खटपट चल रही है। दोनों ही पक्षों में कई मुद्दों पर गंभीर गतिरोध है। सबसे पहले डूरंड लाइन को लेकर तालिबान और पाकिस्तान में विवाद शुरू हुआ था। तब पाकिस्तानी सेना और तालिबान के बीच कई जगहों पर हिंसक झड़प भी हुई थी। उसके बाद अफगानिस्तान के अंदर घुसकर पाकिस्तानी सेना की काररवाई को लेकर भी तालिबान ने कड़ा विरोध दर्ज करवाया था। तालिबान ने पाकिस्तान को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
शहबाज शरीफ के बयान से भी भड़का हुआ है तालिबान
बताया जाता है कि तालिबान के शीर्ष नेता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयानों से भी खुश नहीं है। इसी साल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने अफगानिस्तान को आतंकवादियों का अड्डा बताया था। उन्होंने कहा था कि अफगानिस्तान की स्थिति के कारण पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाएं बढ़ रही हैं।