जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव : तीसरे व अंतिम चरण में लगभग 65.58 फीसदी मतदान, उधमपुर ने बाजी मारी
जम्मू, 1 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 90 सीटों के लिए तीन चरणों वाला चुनाव आज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। तीसरे और आखिरी चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों पर मंगलवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान का समय निर्धारित किया गया था। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को शाम सात बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अंतिम चरण में लगभग 65.58 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। हालांकि दूर-दराज से पोलिंग पार्टियों के लौटने के बाद देर रात तक अंतिम आंकड़े मिलने का अनुमान है।
Thank you, Jammu & Kashmir for making democracy stronger! Your commitment made this election a success ✨#JashnEJamhuriyat #VoiceYourChoice #JKElections2024 #ECI pic.twitter.com/A13UpeoO13
— Election Commission of India (@ECISVEEP) October 1, 2024
उधमपुर में 72.91 फीसदी वोटिंग, बारामूला 55.73 फीसदी के साथ फिसड्डी
चुनाव आयोग को शाम सात बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सात जिलों में सबसे ज्यादा 72.91 फीसदी वोटिंग उधमपुर के चार निर्वाचन क्षेत्रों में दर्ज की गई है जबकि सात निर्वाचन क्षेत्रों वाले बारामूला जिले में सबसे कम 55.73 फीसदी वोटिंग हुई। साम्बा (72.41%), कठुआ (70.53%), सर्वाधिक 11 विधानसभा सीटों वाला जम्मू (66.79%), बांदीपोरा (64.85%) व कुपवाड़ा (62.76%) क्रमशः दूसरे से छठे स्थान पर रहे।
आयोग के अनुसार, अंतिम चरण में दोपहर तीन बजे तक 56.1 प्रतिशत, दोपहर एक बजे तक 44.08 फीसदी, पूर्वाह्न 11 बजे तक 28 फीसदी और पूर्वाह्न नौ बजे तक 11 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। इनमें उधमपुर ने सुबह से ही जो रफ्तार पकड़ी तो शाम तक उसका वोटिंग प्रतिशत सबसे आगे रहा।
Election spirit ! ✨
Long queues of enthusiastic voters are out in full force at polling stations. #Phase3 #GoVote#JashnEJamhuriyat #VoiceYourChoice #ReadyToVote #JKElections pic.twitter.com/AKoniA52zz
— Election Commission of India (@ECISVEEP) October 1, 2024
दो पूर्व डिप्टी सीएम सहित 415 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है
अधिकारियों ने बताया कि इस चरण के चुनाव में दो पूर्व उप मुख्यमंत्रियों तारा चंद और मुजफ्फर बेग समेत 415 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत का फैसला होना है। इस चरण के चुनाव की खास बात यह रही कि पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थियों, वाल्मीकि समाज और गोरखा समुदाय ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया।
जम्मू एवं सांबा जिलों में कई पूर्व मंत्रियों एवं उम्मीदवारों ने विभिन्न मतदान केंद्रों पर अपने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से कइयों ने कहा कि चुनाव में उल्लेखनीय मतदान प्रतिशत जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर लोकतंत्र की जीत है।
पहले दो चरणों में ये रहा मतदान प्रतिशत
चुनाव आयोग के अनुसार, 25 सितम्बर को जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे चरण में 26 सीटों पर 57.31 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो 2014 के 65.52 प्रतिशत मतदान से कम था। वहीं गत 18 सितम्बर को 24 निर्वाचन क्षेत्रों में पहले चरण में चुनाव आयोग ने 61.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया था।