एपीएसईज़ेड और मदरसन में हुई पार्टनरशिप, अब सालाना 2 लाख कार संभालेगा दिघी पोर्ट
अहमदाबाद, 5 दिसंबर, 2025: मदरसन ने अपनी जॉइंट वेंचर कंपनी मदरसन हमाक्योरेक्स इंजीनियर्ड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एसएएमआरएक्स) के ज़रिए आज दिघी पोर्ट लिमिटेड (डीपीएल) के साथ एक एग्रीमेंट किया है। डीपीएल, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) की सहायक कंपनी है। इस समझौते के तहत महाराष्ट्र के दिघी पोर्ट पर ऑटो एक्सपोर्ट के लिए एक समर्पित सुविधा विकसित की जाएगी।
यह साझेदारी दिघी पोर्ट को मुंबई-पुणे ऑटो बेल्ट के एक्सपोर्टर्स के लिए नया ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट टर्मिनल बना देगी। एपीएसईज़ेड के 15 रणनीतिक पोर्ट्स में शामिल दिघी पोर्ट अब अपनी क्षमता बढ़ाकर ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत देश की ऑटोमोबाइल ग्रोथ को और मज़बूत करेगा, जिससे वाहनों के एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट का काम ग्लोबल मार्केट्स के लिए और भी आसान हो सकेगा।
साझेदारी पर बात करते हुए अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक, अश्वनी गुप्ता ने कहा, “दिघी पोर्ट पर मदरसन के साथ हमारी यह साझेदारी भारत में ऑटोमोबाइल लॉजिस्टिक्स को एक नई दिशा प्रदान करेगी। एपीएसईज़ेड की मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमता और मदरसन की विशेषज्ञता मिलकर देशभर में वाहनों की आवाजाही के लिए एक सुगम और भरोसेमंद नेटवर्क तैयार करेंगे। यह रोरो टर्मिनल न सिर्फ ट्रेड को तेज़ करेगा और सप्लाई चेन की दक्षता बढ़ाएगा, बल्कि हमारे ग्राहकों और समुदायों के लिए लंबे समय तक फायदेमंद भी साबित होगा।”
मदरसन ग्रुप के वाइस चेयरमैन, लक्ष वामन सेहगल ने कहा, “एपीएसईज़ेड के साथ यह साझेदारी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को इंटीग्रेटेड और वर्ल्ड-क्लास लॉजिस्टिक्स समाधान देने के हमारे मिशन में एक महत्वपूर्ण कदम है। दिघी पोर्ट पर इस रोरो टर्मिनल को विकसित करके हम न सिर्फ अपनी सेवाओं को मजबूत कर रहे हैं, बल्कि एक ऐसा रणनीतिक संसाधन भी बना रहे हैं, जो हमारे ओईएम पार्टनर्स के लिए दक्षता बढ़ाएगा और लॉजिस्टिक्स लागत को कम करेगा। यह सहयोग भारत की ऑटोमोबाइल सप्लाई चेन को और भी सुदृढ़ करेगा और साथ ही ग्राहकों को वास्तविक लाभ भी पहुँचाएगा।”
नया रोरो (रोल ऑन और रोल ऑफ) टर्मिनल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जहाँ फिनिश्ड व्हीकल (एफवी) लॉजिस्टिक्स की पूरी प्रक्रिया एक ही जगह पूरी की जा सकेगी। इससे बड़े ऑटोमोबाइल ओईएम्स के लिए काम तेज़ और आसान हो जाएगा। एसएएमआरएक्स इस टर्मिनल में निवेश करके अपनी सेवाओं को और मजबूत करेगा और 360-डिग्री कार्गो विज़िबिलिटी के साथ एक पूरी तरह इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स समाधान देगा।
सुविधा में ये वैल्यू-ऐडेड सेवाएँ भी शामिल होंगी:
- सिंगल-विंडो रोरो ऑपरेशंस: यार्ड, पीडीआई, चार्जिंग, स्टोरेज और वेसल लोडिंग तक सब कुछ एक ही जगह
- एआई-आधारित यार्ड ऑप्टिमाइज़ेशन, जिससे लगभग जीरो ड्वेल टाइम और रियल-टाइम व्हीकल ट्रैकिंग संभव होगी
- महाराष्ट्र की ऑटो बेल्ट से सबसे तेज़ ओईएम एवैकेशन रूट, एनएच-66 के जरिए
- 3 किमी लंबा रोरो-रेडी जेट्टी इन्फ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षित पानी के साथ- हर मौसम में सुचारू ऑपरेशंस
- ईवी-रेडी लॉजिस्टिक्स हब, जो अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रिक व्हीकल एक्सपोर्ट को सपोर्ट करेगा
- ओईएम-इंटीग्रेटेड विज़िबिलिटी डैशबोर्ड्स, जिससे लोड प्लानिंग और लाइव वॉल्यूम ट्रैकिंग आसान होगी
दिघी पोर्ट क्यों?
पश्चिमी तट पर रणनीतिक स्थान पर स्थित दिघी पोर्ट महाराष्ट्र के लैंडलॉक्ड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर्स और बड़े औद्योगिक क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण गेटवे है। यहाँ बंद वेयरहाउसेस, टैंक फार्म्स और खुले स्टॉकयार्ड्स उपलब्ध हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार की कमोडिटीज़ को आसानी से स्टोर किया जा सकता है। डायरेक्ट बर्थिंग सुविधा और बेहतरीन सड़क कनेक्टिविटी के चलते यह पोर्ट तेल, केमिकल, कंटेनर और बल्क कार्गो को बड़ी कुशलता से संभाल सकता है। रोरो ऑपरेशंस की शुरुआत के साथ अदाणी पोर्ट की इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स हब बनाने की सोच को एक नई दिशा मिली है।
एपीएसईज़ेड, जो भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स कंपनी है, दिघी पोर्ट के मज़बूत प्रदर्शन के साथ देश में अपने नेटवर्क को और मजबूत कर रही है। यह पहल विश्वस्तरीय पोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, सतत विकास और भारत तथा वैश्विक साझेदारों के लिए सुगम ट्रेड कनेक्टिविटी के प्रति एप्सेज़ की प्रतिबद्धता को दोहराती है।
