हवाई अड्डों के विकास पर 5 वर्षों में खर्च किए जाएंगे 25 हजार करोड़, 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की मंजूरी
नई दिल्ली, 7 दिसंबर। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण अगले पांच वर्षों में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये का व्यय करेगा। यह राशि टर्मिनलों के विस्तार और संशोधन, नए टर्मिनलों के निर्माण, मौजूदा रनवे को बेहतर बनाने, एयरपोर्ट नेविगेशन सेवाओं तथा कंट्रोल टावरों के विकास पर खर्च की जायेगी। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास में 36 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना
वी.के. सिंह ने बताया कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत देशभर में नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास में 36 हजार करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु में तीन पीपीपी हवाई अड्डों पर 30 हजार करोड़ रुपये की विस्तार योजना शुरू हो चुकी है।
अब तक 8 ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों का संचालन शुरू
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना को मंजूरी दी है। उन्होंने बताया है कि महाराष्ट्र के शिरडी, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, सिक्किम के पकयोंग, केरल के कन्नूर, आंध्र प्रदेश के ओरवाकल, कर्नाटक के कलबुर्गी, महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अब तक आठ ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों का संचालन शुरू हो चुका है।