
चंद्रबाबू नायडू बोले – ‘तिरुमाला मंदिर में केवल हिन्दुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए’
अमरावती, 21 मार्च। केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार के सहयोगी दल तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री व एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के तिरुमाला स्थित भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में सिर्फ हिन्दुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए।
अपने पोते देवांश के जन्मदिन के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर पहुंचे चंद्रबाबू ने कहा, ‘यदि दूसरे धर्मों के लोग वहां काम कर रहे हैं तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना उन्हें दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।’
टीटीडी बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू भी ऐसा ही बयान दे चुके हैं
इससे पहले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू ने भी गत वर्ष 31 अक्टूबर को कहा था कि भगवान वेंकटेश्वर के निवास तिरुमाला में काम करने वाले सभी लोग हिन्दू होने चाहिए।
हालांकि चेयरमैन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था और सवाल उठाया कि जब टीटीडी बोर्ड में केवल हिन्दू हैं तो केंद्रीय वक्फ बोर्ड में दो गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने की क्या जरूरत है।
हर राज्य की राजधानी में वेंकटेश्वर मंदिर बनाने का संकल्प
इस बीच चंद्रबाबू नायडू ने देशभर में सभी राज्यों की राजधानियों में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर बनाने की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘हमने भारतभर में हर राज्य की राजधानी में वेंकटेश्वर मंदिर बनाने का संकल्प लिया है। इसे हासिल करने के लिए हम सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजेंगे।’ उन्होंने स्वीकार किया कि कई भक्त चाहते हैं कि भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर विदेशों में भी स्थापित किए जाएं। उन्होंने कहा, ‘हम दुनियाभर के उन क्षेत्रों में वेंकटेश्वर मंदिर स्थापित करेंगे, जहां हिन्दू आबादी काफी है।’
आंध्र प्रदेश के सीएम ने कहा, ‘मुझे 24 क्लेमोर माइंस से निशाना बनाया गया था। ऐसे हमले में बचना असंभव था, लेकिन मैं पूरी तरह से भगवान वेंकटेश्वर की दिव्य कृपा के कारण बच गया। यह तथ्य कि मैं इतने बड़े विस्फोट में बच गया, भगवान की अपार शक्ति को साबित करता है।‘
तिरुमाला क्षेत्र में प्रस्तावित मुमताज होटल के लिए मंजूरी रद
तिरुमाला की सात पहाड़ियों के पास व्यावसायिक गतिविधियों के के संदर्भ में चंद्रबाबू ने कहा, ‘इस क्षेत्र से सटे मुमताज होटल के लिए पहले अनुमति दी गई थी। हालांकि, सरकार ने अब होटल के लिए मंजूरी रद करने का फैसला किया है, जिसे 35.32 एकड़ जमीन पर बनाने की योजना थी। तिरुमाला की सात पहाड़ियों के पास कोई व्यावसायीकरण नहीं होना चाहिए।‘
इससे पहले टीटीडी ने तिरुमाला मंदिर से सटे अलीपीरी इलाके में मुमताज होटल को भूमि आवंटन रद करने की मांग की थी। मंदिर के ट्रस्ट बोर्ड ने नवम्बर, 2024 में हुई बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया था। टीटीडी के चेयरमैन बीआर नायडू ने कहा, ‘कल हमने एक प्रस्ताव पारित किया और सरकार से लीज रद करने का अनुरोध किया और हम उस जमीन को मंदिर के लिए सौंपने जा रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि मंदिर के बगल में मुमताज होटल की प्रस्तावित योजना आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा, ‘देवलोकम परियोजना को विकसित करने के लिए सरकारी जमीन पर्यटन को दी गई थी। पिछली सरकार ने इसे बदल दिया और मुमताज होटल को दे दिया…यह मंदिर के बगल में है। इसलिए, यह हिन्दुओं के लिए बेहद आपत्तिजनक है।’