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विजय संकल्प रैली में अमित शाह का प्रहार – सीएम सोरेन ने झारखंड की पूरी सरकार लुटेरों और दलालों के हाथों में दे दी

विजय संकल्प रैली में अमित शाह का प्रहार – सीएम सोरेन ने झारखंड की पूरी सरकार लुटेरों और दलालों के हाथों में दे दी

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रांची, 7 जनवरी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को झारखंड के चाईबासा में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार का शंखनाद किया और विजय संकल्प महारैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं उनकी सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘हेमंत सोरेन ने झारखंड को तबाह कर दिया है। जब हमारी सरकार यहां थी तो यहां शिक्षा और विद्युत, हर तरह का काम शुरू किया था। लेकिन फिर ऐसी सरकार आई, जिसने राज्य को तबाह कर के रख दिया।

गृह मंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, ‘जय जोहार, सभी वीर आदिवासी नेताओं और इस महान भूमि को मेरा सादर नमन। ये मेरा सौभाग्य है कि आज मैं यहां चाईबासा में उपस्थित हूं। यहां के वीर जनजातीय नेताओं को मेरे गुजरात समेत पूरा देश सम्मान देता है।’ इस दौरान उपस्थित भीड़ ने जय श्रीराम के नारों से माहौल को गुंजायमान कर दिया।

हेमंत सोरेन झारखंड को बर्बाद करने पर तुले हैं

अमित शाह ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सोरेन झारखंड को बर्बाद करने पर तुले हैं। झारखंड की जनता ने बड़ी उम्मीद के साथ उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया, लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने झारखंड की भलाई के लिए ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे कि जनता में खुशी हो।

शाह ने हेमंत सोरेन से सवाल किया कि आपने क्षेत्र के विकास के लिए क्या किया? यह बात झारखंड के लोगों को बता दीजिए। उन्‍होंने कहा, ‘आज झारखंड में आदिवासियों की जमीन हड़पने वाले सक्रिय हैं और हेमंत भाई, अपनी किसी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं। अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए जो आप कर रहे हो, उसके लिए आपको माफी नहीं मिलेगी।’

झारखंड की जनता सोरेन को माफ नहीं करेगी, 2024 में यहां कमल खिल जाएगा

गृह मंत्री शाह ने कहा कि ये सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है। पूरे भारत की गरीबी यहां से मिटाई जा सकती है, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। इस राज्य का मुख्यमंत्री तो जनजातियों का है, मगर ये उन्ही का विरोधी है। भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। जबरन उनकी जमीन लूटी गई है। राज्य में घुसपैठिओं से रक्षा करने की जिम्मेदारी किनकी है उनकी है या नहीं, लेकिन अपनी वोट बैंक के लिए जो माताओं-बहनों के साथ जो वो कर रहे हैं, जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। इसका परिणाम उन्हें 2024 में देखने को मिल जाएगा, 2024 में कमल खिल जाएगा। राज्य में नौकरी के नाम पर युवाओं और खतियान के नाम पर आदिवासियों के साथ धोखा हुआ है।

झारखंड में खनन घोटाले समेत विभिन्न मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में मुख्यमंत्री से जुड़े लोगों के खिलाफ मिले भ्रष्टाचार के सबूतों की तरफ इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘हेमंत भाई आपकी सरकार ने क्या काम किए हैं? भ्रष्टाचार के सिवाय कुछ नहीं। वास्तव में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक ऐसी सरकार आई, जिसने झारखंड को तबाह करके रख दिया।’

केंद्र सरकार को आदिवासियों का वास्तविक हितैषी बताया

गृह मंत्री ने केंद्र सरकार को आदिवासियों का वास्तविक हितैषी बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के लिए बजट राशि कांग्रेस की सरकारों के समय की अंतिम बजट राशि 21 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 86 हजार करोड़ रुपये कर दी है। शाह ने कहा, ‘हेमंत सोरेन की आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच भेद पैदा करने की राजनीति सफल नहीं होगी। चाईबासा में तो भूमि बंदोबस्ती 1964 में हुई थी तो क्या सोरेन सरकार 1932 का खतियान लागू करके चाईबासा के लोगों को नौकरी नहीं देगी?’

सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस की महागठबंधन सरकार पर आदिवासियों के हितों से समझौता करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सोरेन सरकार घुसपैठियों से आदिवासी माता-बहनों की रक्षा करने में विफल रही है।

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