लोकसभा में बोले अमित शाह – ‘SIR के बारे में झूठ फैलाया जा रहा, लोगों को गुमराह किया गया’
नई दिल्ली, 10 दिसम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में चुनाव सुधारों पर जारी चर्चा के बीच बुधवार को कहा कि संसद में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर बहस नहीं हो सकती क्योंकि यह मुद्दा निर्वाचन आयोग के पास है। चुनाव आयोग सरकार के साथ काम नहीं करता है। वह एक स्वतंत्र संस्था है।
‘हम भाजपा-एनडीए वाले चर्चा से कभी नहीं भागते’
अमित शाह ने कहा, ‘चुनावों में सुधार पर चर्चा के लिए सत्र की शुरुआत में दो दिन गतिरोध भी हुआ। इससे एक प्रकार की गैरसमझ, गलत धारणा जनता पर पड़ी कि हम लोग ये चर्चा नहीं चाहते हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि संसद इस देश की चर्चा का सबसे बड़ी पंचायत है, और हम भाजपा-एनडीए वाले चर्चा से कभी नहीं भागते। कोई भी मुद्दा हो, संसद के नियमों के अनुसार चर्चा के लिए हम तैयार रहते हैं।’
लोकसभा में चुनाव सुधारों पर आयोजित चर्चा से लाइव…
Speaking in the Lok Sabha on election reforms. https://t.co/YcV3of7Q6M
— Amit Shah (@AmitShah) December 10, 2025
SIR की जिम्मेदारी भारत के चुनाव आयोग की
गृह मंत्री ने कहा, ‘हमने दो दिनों तक विपक्ष से चर्चा की कि इसको दो सत्र बाद किया जाए, लेकिन नहीं माने, तो हमने हां कर दी। इस चर्चा के लिए न बोलने के दो कारण हैं – पहला, विपक्ष चर्चा SIR के नाम पर चर्चा मांग रहे थे। SIR पर इस सदन में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि SIR की जिम्मेदारी भारत के चुनाव आयोग की है। भारत का चुनाव आयोग और चुनाव आयुक्त, ये सरकार के तहत काम नहीं करते हैं। अगर चर्चा होती, और कुछ सवाल किए जाएंगे तो इसका जवाब कौन देगा।’
SIR पर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया
उन्होंने कहा कि चर्चा तय हुई थी चुनाव सुधारों के लिए, लेकिन ज्यादातर विपक्ष के सदस्यों ने SIR पर ही चर्चा की। SIR पर एकतरफा चार महीने से झूठ फैलाया गया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया।
