NEET-UG विवाद के बीच शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छात्रों को दिलाया भरोसा – दोषियों के खिलाफ होगी सख्त काररवाई
नई दिल्ली, 20 जून। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NEET-UG विवाद के बीच छात्रों को भरोसा दिलाया है कि पेपर लीक के मामले में जांच जारी है और सभी आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त काररवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि नीट यूजी के परिणाम को को लेकर पिछले एक हफ्ते से देशभर में बवाल जारी है। इस मामले में कई याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट ने भी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) और केंद्र सरकार को लगातार निशाने पर ले रही है। पेपर्स लीक के आरोप और छात्रों द्वारा एनटीए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते विपक्षी दल भी मोदी सरकार और NTA पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
बिहार सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मिलते ही होगी काररवाई
फिलहाल धर्नेंद्र प्रधान ने कहा, ‘हम इस मुद्दे पर बिहार सरकार के संपर्क में हैं। पटना पुलिस इस मामले में पूरी जांच कर रही है और उनके पास से हमें काफी जानकारी मिल चुकी है। जल्द ही पुलिस एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी। विश्वसनीय जानकारी मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त काररवाई की जाएगी।’
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘जिम्मेदारी लेते हुए हमें व्यवस्था को सुधारना होगा।’ उन्होंने बिहार में हुए पेपर लीक को लेकर कहा कि एक अलग घटना से उन लाखों छात्रों पर असर नहीं पड़ना चाहिए, जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी थी।
पारदर्शिता सुधारने के लिए सरकार एक उच्चस्तरीय समिति बनाने जा रही
उन्होंने कहा कि सरकार एक उच्चस्तरीय समिति बनाने जा रही है। NTA, इसकी संरचना, कार्यप्रणाली, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को और बेहतर बनाने के लिए उस उच्चस्तरीय समिति से सिफारिशें मांगी जाएंगी।
‘डार्क नेट पर एग्जाम पेपर मिलते ही हमने रद कर दिया यूजीसी नेट‘
गौर करने वाली बात तो यह है कि नीट-यूजी विवाद चल ही रहा था कि यूजीसी नेट भी बुधवार की रात अचानक रद कर दी गई, जिसकी एक दिन पहले मंगलवार को ही परीक्षा हुई थी। इसको लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘जैसे ही यह स्पष्ट हो गया कि डार्क नेट पर मिला यूजीसी-नेट का प्रश्नपत्र यूजीसी-नेट के मूल प्रश्नपत्र से मेल खाता है, हमने परीक्षा रद करने का फैसला किया।’
छात्रों के हितों की रक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध
प्रधान ने कहा, ‘सरकार आपके भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि सरकार आपके हितों की रक्षा के लिए हमेशा पारदर्शी प्रक्रिया अपनाएगी। सरकार और सिस्टम पर भरोसा रखें। सरकार कुछ भी गलत बर्दाश्त नहीं करेगी।’