‘बेहूदगी की सारी हदें पार हो गईं…’, कुंडा विधायक राजा भैया के बेटे ने सोशल मीडिया पर अपनी मां के खिलाफ किया पोस्ट
लखनऊ, 25 सितंबर। उत्तर प्रदेश की सियासत में जाना-माना नाम रघुराज प्रताप ‘राजा भैया’ के बेटे शिवराज प्रताप सिंह ने अपनी मां भानवी सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में शिवराज प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी मां ने कई वर्षों से अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक हितों के लिए गैरकानूनी और हिंसक कदम उठाए हैं। शिवराज प्रताप सिंह X पर लिखा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि आशा करता हूं कि इस विषय में दोबारा पोस्ट न करना पड़े, लेकिन जब बेहूदगी की सारी हदें पार हो जायें तो जवाब देना बनता है. जन सामान्य और सोशल मीडिया पर लोग इन्हें गाली दे ही रहे हैं। इन्हें सिर्फ पेड ‘ट्रोल सेना’ का भरोसा है।”
उन्होंने कोर्ट के घटनाक्रम का हवाला देते हुए कहा कि भानवी सिंह अक्सर अपनी छीछालेदर के लिए जानी जाती हैं। कई बार माननीय न्यायधीश को इनके वकील को फटकार लगानी पड़ी और कहना पड़ा कि ‘अपनी क्लाइंट को चुप कराइये, अदालत में कैसा व्यवहार किया जाता है व कोर्ट में बोलने की तमीज़ सिखाइये।’ शिवराज प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि अदालत में दिए गए दस्तावेज और बयान भी दर्शाते हैं कि उनकी मां सुधरने के बजाय और अधिक कुंठित हो गई हैं।
- ‘मेरे नाना की चार बेटियां हैं’
संपत्ति के मुद्दे पर शिवराज प्रताप सिंह ने कहा, ‘मेरे नाना की चार बेटियां हैं और वे अपनी संपत्ति बराबर बांटना चाहती हैं, जो उचित है। लेकिन हमारी मां न केवल यह रोकना चाहती हैं, बल्कि कई बार हिंसक होकर उनपर हमला भी कर चुकी हैं। मेरे ननिहाल में संपत्ति कम है, लेकिन बेंती-भदरी में ईश्वर की कृपा से हमारे परिवार के पास संपत्ति है। इसके बावजूद हमारी मां ने बाबा को भी ‘दहेज लोभी’ बता दिया।’
- ‘सोशल मीडिया पर बयानबाजी से चटपटी खबरें बन सकती हैं’
शिवराज प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी मां ने झूठी एफआईआर दर्ज कराई और उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर बयानबाजी से चटपटी खबरें बन सकती हैं, लेकिन इससे मुकदमे की मेरिट पर कोई फर्क नहीं पड़ता। पिछले पोस्ट का कोई जवाब नहीं आया, 100 करोड़ रुपये एक मुश्त और 25 लाख रुपये प्रति महीने की मांग धन उगाही या गुंडा टैक्स है।’
- ‘बीमार मां पर जूतों की बरसात हुई’
अंत में शिवराज प्रताप सिंह ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘संपत्ति की खातिर अपनी वृद्ध और बीमार मां पर जूतों की बरसात करती हमारी मम्मा भानवी कुमारी को देखिये। क्या यही महिला सशक्तिकरण है? भाड़े की ‘ट्रोल सेना’ हमें ‘दूध का कर्ज़’ याद दिलाएगी, लेकिन हमारी मां को यह याद दिलाना ज्यादा जरूरी है।’ यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
