राज्यसभा चुनाव : यूपी में भाजपा के सभी 8 प्रत्याशी जीते, सपा के हिस्से आईं 2 सीटें
लखनऊ, 27 फरवरी। यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में उम्मीदों के अनुरूप परिणाम सामने आए और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी आठ उम्मीदवार जीत हासिल करने में सफल रहे। वहीं, दो सीटें समाजवादी पार्टी (सपा) के हिस्से आईं।
सपा विधायकों की क्रॉस वोटिंग से भाजपा के आठवें प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित
दरअसल, सपा के सात और सुभासपा के एक विधायक की क्रास वोटिंग के बीच भाजपा अपने आठवें उम्मीदवार की जीत भी सुनिश्चित करने में सफल रही जबकि कांग्रेस के समर्थन के बावजूद सपा के तीसरे प्रत्याशी और पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन को पराजय का सामना करना पड़ा। भाजपा के आरपीएन सिंह, अमर पाल मौर्य, तेजवीर सिंह, नवीन जैन, साधना सिंह, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी व डॉ. संगीता बलवंत सिंह जीते जबकि सपा की जया अमिताभ बच्चन और रामजी लाल सुमन राज्यसभा पहुंच गए।
सीएम योगी ने सभी विजयी भाजपा प्रत्याशियों को दी बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव में जीत हासिल करने वाले भाजपा के सभी प्रत्याशियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में विजयी होने वाले भाजपा के सभी सम्मानित प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई! पूर्ण विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आप सभी अंत्योदय के प्रण और विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में सहायक होंगे। आप सभी के उज्ज्वल कार्यकाल के लिए मंगलकामनाएं।’
उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के द्विवार्षिक चुनाव में विजयी होने वाले @BJP4India के सभी सम्मानित प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई!
पूर्ण विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में आप सभी अंत्योदय के प्रण और विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में सहायक होंगे।…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 27, 2024
वहीं उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘आज हमारे सभी आठों प्रत्याशी जीते हैं। मैं सभी को बधाई देता हूं और सपा के भी दो प्रत्याशी जीते हैं तो उन्हें भी मैं बधाई देता हूं।’
किसे प्रथम वरीयता के कितने मत मिले?
- सुधांशु त्रिवेदी (भाजपा) – 38 वोट
- आरपीएन सिंह (भाजपा) – 37 वोट
- तेजवीर सिंह (भाजपा) – 38 वोट
- नवीन जैन (भाजपा) – 38 वोट
- साधना सिंह (भाजपा) – 38 वोट
- संगीता बलवंत (भाजपा) – 38 वोट
- अमरपाल मौर्य (भाजपा) – 38 वोट
- जया बच्चन (सपा) – 41 वोट
- रामजी लाल (सपा) – 37 वोट
- आलोक रंजन (सपा) – 19 वोट
देखा जाए तो लोकसभा चुनाव की अधिसूचना घोषित होने से चंद दिन पहले भाजपा ने प्रदेश में सपा को झटका देकर न केवल एक अतिरिक्त सीट हासिल कर ली बल्कि सात विधायकों को भी अपने पाले में शामिल कर लिया। राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को पूर्वाह्न नौ बजे से मतदान का सिलसिला शुरू हुआ। 399 विधायकों को मतदान करना था, लेकिन सपा के दो और सुभासपा का एक विधायक जेल में होने के कारण वोट नहीं कर पाए जबकि सपा की एक विधायक महराजी देवी मतदान करने नहीं आईं।
मतदान करने वाले 395 विधायकों में से सपा के विधायक शहजिल इस्लाम का मत खारिज हो गया। वैध मतों के आधार पर मतगणना की गई। भाजपा के प्रत्याशियों को प्रथम वरीयता के 294 और सपा प्रत्याशियों को 100 मत मिले।
इन्होंने की क्रॉस वोटिंग
सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय, विधायक राकेश प्रताप सिंह, अभय सिंह, राकेश पांडेय, पूजा पाल, विनोद चुतर्वेदी, आशुतोष मौर्य ने भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ को मतदान किया। सुभासपा के विधायक जगदीश नारायण राय ने सपा को वोट दिया। जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की विधायक पत्नी महराजी देवी ने मतदान नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि महराजी ने भाजपा नेताओं से कहा था कि वह भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं देंगी, लेकिन वह पार्टी की मदद के लिए मतदान ही नहीं करेंगी। उनके मतदान नहीं करने का फायदा भी भाजपा को ही हुआ।
भाजपा को 294 वैध मत
भाजपा के 252 विधायकों ने पार्टी प्रत्याशियों को मतदान किया है। अपना दल (एस) के 13, निषाद पार्टी के छह, रालोद के नौ, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो विधायकों ने भाजपा को वोट दिया है। सुभासपा के छह में से एक विधायक अब्बास अंसारी जेल में बंद हैं, इसलिए मतदान करने नहीं आए। पार्टी के एक अन्य विधायक जगदीश नारायण राय ने सपा के पक्ष में मतदान किया। इस तरह सुभासपा के चार विधायकों ने भाजपा को वोट दिया। बसपा के एक मात्र विधायक उमाशंकर सिंह और सपा के सात विधायकों ने भाजपा को वोट दिया। इस तरह भाजपा के खाते में कुल 294 वोट आए।
सपा को 100 वैध मत
वहीं सपा के पास 108 विधायक हैं। उनके दो विधायक इरफान सोलंकी और रमाकांत यादव जेल में बंद होने के कारण मतदान करने नहीं आए। सपा के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। महराजी देवी मतदान करने नहीं पहुंची। ऐसे में सपा के 98 विधायकों ने मतदान किया। सपा को कांग्रेस के दो और सुभासपा के एक विधायक का मत मिला। इस तरह सपा के पास कुल 101 मत थे। सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने मतपत्र में निशान लगाने की जगह ”पी पी” लिखा। इसलिए उनका मत खारिज किया गया। सपा के प्रत्याशियों के खाते में प्रथम वरीयता के 100 वैध मत आए।
प्रथम वरीयता के 19 मत लेकर पूर्व मुख्य सचिव हारे
सपा के आलोक रंजन को प्रथम वरीयता के 19 मत मिले और उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। हालांकि इनकी उम्मीदवारी पर पार्टी में नाराजगी बताई जा रही थी।