पाकिस्तान : बलूचिस्तान में हाईजैक हुई ट्रेन से छुड़ाए गए सभी 346 बंधक, 33 विद्रोही मारे गए, 28 सैनिकों की भी गई जान
इस्लामाबाद, 12 मार्च। पाकिस्तान के अशांत क्षेत्र बलूचिस्तान के बोलन जिले में बलूचिस्तान लिबरेशन ऑर्मी (BLA) विद्रोहियों द्वारा अगवा की गई जाफर एक्सप्रेस के सभी 346 बंधकों को पाकिस्तान सेना ने सफलतापूर्वक छुड़ा लिया है। इस बचाव अभियान में 33 बलूच विद्रोही मारे गए जबकि 28 सैनिकों की भी जान चली गई। इनमें 27 वे सैनिक शामिल थे, जो ट्रेन में बतौर यात्री सवार थे। एक सैनिक की ऑपरेशन के दौरान जान चली गई।
गौरतलब है कि यह घटना मंगलवार दोपहर को हुई थी, जब बीएलए के विद्रोहियों ने बलूचिस्तान के एक दूरस्थ इलाके में ट्रेन पर हमला किया। उन्होंने पहले रेलवे ट्रैक पर धमाका किया और फिर बड़ी संख्या में हथियारबंद विद्रोहियों ने ट्रेन को घेरने के साथ यात्रियों को बंधक बना लिया।
विद्रोहियों ने महिलाओं और बच्चों को बनाया ढाल
पाकिस्तानी सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बुधवार को इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए कहा कि कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि विद्रोहियों ने महिलाओं और बच्चों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जबकि सुरक्षा बलों के स्नाइपर्स ने आत्मघाती हमलावरों को निशाना बनाकर खत्म कर दिया।

लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने यह भी बताया कि आतंकियों के तार अफगानिस्तान में मौजूद उनके आकाओं से जुड़े थे। इस हमले की जिम्मेदारी बीएलए ने ली है, जो लंबे समय से बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों और बाहरी लोगों को निशाना बना रहा है।
अब एक भी बलूच विद्रोही घटना स्थल पर मौजूद नहीं
अहमद शरीफ चौधरी ने पाकिस्तानी टीवी चैनल दुनिया न्यूज को बताया कि आर्मी ने सभी 33 बलूच विद्रोहियों को मार गिराया है। अब एक भी बलूच विद्रोही वहां पर मौजूद नहीं है। सेना सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसमें कितने लोगों की मौत हुई है, इसके बारे में डिटेल आंकड़ा बाद में जारी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों की मौत हो गई है। सशस्त्र बलों ने बुधवार शाम को सभी आतंकवादियों को मारकर और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर ऑपरेशन को सफलतापूर्वक समाप्त कर दिया।
21 यात्रियों की शुरु में की थी हत्या
चौधरी ने बताया कि मंगलवार को जब आतंकवादियों ने ट्रेन पर हमला किया तो उन्होंने 21 यात्रियों की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि इस घटना में अर्धसैनिक बल फ्रंटियर कोर के चार जवान भी शहीद हुए हैं। नौ डिब्बों वाली जाफर एक्सप्रेस में लगभग 400 यात्री सवार थे और यह ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी। इसी दौरान आतंकवादियों ने क्वेटा से 160 किलोमीटर दूर गुडालार और पीरू कुंरी के पहाड़ी इलाके में एक सुरंग के पास विस्फोटकों का इस्तेमाल करके ट्रेन को पटरी से उतार दिया और उसे अगवाल कर लिया।
काफी कठिन ऑपरेशन
ऑपरेशन का ब्योरा देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना घटी, वहां पहुंचना कठिन था क्योंकि यह सड़क नेटवर्क से बहुत दूर था। आतंकवादियों ने महिलाओं और बच्चों सहित बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। उन्हें बचाने के लिए सेना, वायुसेना, फ्रंटियर कोर और एसएसजी के जवानों ने काररवाई की और सभी बंधकों को मुक्त करा लिया।
सैटेलाइट फोन से आकाओं के संपर्क में थे विद्रोही
पाकिस्तानी सेना ने कहा कि ये आतंकवादी ऑपरेशन के दौरान सैटेलाइट फोन के जरिए अफगानिस्तान में अपने समर्थकों और मास्टरमाइंड से संपर्क में थे। बंधकों को बचाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे चलाई जा रही थी। शाम को आतंकवादियों से लगभग 100 यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया और आज भी बड़ी संख्या में यात्रियों को बरामद किया गया है।
