
वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान लोकसभा में अखिलेश यादव ने कसा तंज तो अमित शाह ने ली चुटकी
नई दिल्ली, 2 अप्रैल। लोकसभा में आज वक्फ बिल पेश किए जाने के बाद इसपर चर्चा के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। भाजपा सरकार जहां विधेयक को मुस्लिमों के हित में एक सुधारात्मक कदम बता रही है तो वहीं विपक्ष पुरजोर विरोध में उतरा है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक पेश करते हुए लोगों के जवाब दिए। इसी क्रम में गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और सपा पर पलटवार किया।
अखिलेश का सवाल – भाजपा अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाई
चर्चा के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा कि भाजपा अपना अध्यक्ष नहीं चुन पाई। इस पर अमित शाह ने कहा कि सभी पार्टियों को अपने परिवारों से अध्यक्ष चुनना है। कांग्रेस के जमाने में कमेटियां होती थीं, जो ठप्पा लगाती थीं। हमारी कमेटियां लोकतांत्रिक हैं। इस पर अखिलेश ने हाथ जोड़ लिए।
शाह का जवाब – अखिलेश जी, ये कोई पांच लोगों की पार्टी नहीं है
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अंदर मुकाबला चल रहा है। सबसे खराब हिन्दू कौन है? भाजपा का अध्यक्ष कौन होगा, ये फैसला पार्टी नहीं कर पा रही है। अखिलेश का बयान सुनते ही अमित शाह उठे और करारा जवाब दिया। अमित शाह ने कहा कि अखिलेश जी, ये कोई पांच लोगों की पार्टी नहीं है। ये करोड़ों लोगों की पार्टी है, इसलिए अध्यक्ष का चयन लोकतांत्रिक तरीके से होता है। अमित शाह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि जाइए, आप 25 साल तक सपा के अध्यक्ष बने रहेंगे। इतना सुनते ही अखिलेश ने हाथ जोड़ लिए।
‘भाजपा जब भी कोई नया बिल लाती है तो अपनी नाकामी छिपाती है’
बिल के विरोध में अखिलेश यादव ने कहा कि यह नाकामियों का बिल है। भाजपा सरकार ने नोटबंदी का भी फैसला लिया था, लेकिन आज भी कितनी जगहों से नोट निकल रहे हैं। नाकामी किसानों को लेकर भी है। महंगाई को लेकर भी है। क्या गंगा साफ हो गई? क्या स्मार्ट सिटी बन गई? इस बार नाकामी का पर्दा वक्फ बिल बना है, जिसके लिए फैसला होना है, उनकी बात को अहमियत नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि भाजपा जब भी कोई नया बिल लाती है तो वो अपनी नाकामी छिपाती है।