AIIA निदेशक वैद्य प्रदीप कुमार की सलाह – मौसमी बीमारियों से बचने के लिए कारगर साबित हो सकते हैं घरेलू नुस्खे
नई दिल्ली, 10 नवम्बर। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के निदेशक वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति ने दिल्ली-एनसीआर में दीपावली के बाद बढ़ते वायु प्रदूषण और मौसम जनित बीमारियों से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी सलाह दी की मौसमी बीमारियों से बचने के लिए घरेलू नुस्खे काफी कारगर साबित होते हैं।
वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा, ‘हर वर्ष हम ऐसी घटनाएं देखते हैं, जब एक्यूआई का स्तर बढ़ जाता है। इस बार दीपावली पर ग्रीन पटाखों पर दी गई छूट ने भी इसमें योगदान दिया है, क्योंकि धनतेरस से पहले ही आतिशबाजी शुरू हो गई थी और अब तक जारी है। इसके अलावा, पराली जलाने और आसपास के इलाकों से आने वाली धूल हवाओं के साथ मिलकर स्थिति को और खराब कर रही है।’
प्रदूषण से बचने के लिए ये नुस्खे जरूर अपनाएं
उन्होंने कहा कि प्रदूषण से बचने के लिए रोज रात को नाक के दोनों छिद्रों दो-दो बूंद गाय का शुद्ध घी डालें और सोने से पहले गर्म पानी में हल्दी और नमक डालकर गरारा करें ताकि एलर्जी की स्थिति न बन पाए। इसके साथ ही इस समय ठंड से परहेज करें, थोड़ा गुनगुना ही खाएं। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर को दिखाएं, लापरवाही न करें। उन्होंने कहा कि अगर एहतियात बरतें तो काफी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। नाक में तेल जरूर डालें।
इस मौसम में कम भोजन लें, अनुलोम-विलोम सहित फेफड़ों की एक्सरसाइज करें
वैद्य प्रदीप कुमार ने कहा कि इस समय अत्यधिक भोजन से बचना चाहिए। कहने का तात्पर्य यह भूख की अपेक्षा तनिक कम भोजन ही ग्रहण करे। सर्दी में खांसी-जुकाम से बचने के लिए नियमित भाप लें और फेफड़ों की एक्सरसाइज करें। इस मौसम में अनुलोम-विलोम जरूर करें। सरकार की तरफ से छिड़काव कराया जाना चाहिए क्योंकि पेड़ों की फूल-पत्तियों पर जमी धूल वातावरण में मिल जाती है, जो सांस के जरिए लोगों के फेफड़ों में चली जाती है।
उन्होंने वायु प्रदूषण पर कहा, ‘हमारा मानना है कि यदि हम उचित सावधानियां बरतें तो हम अपनी सुरक्षा कर सकते हैं। साथ ही, हमेशा ताजा बना हुआ गर्म खाना ही खाएं, बासी या बचा हुआ खाना खाने से बचें। गर्म, ताजा खाना खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और श्वसन संबंधी जलन का खतरा कम होता है।’
