ट्विटर के बाद अब फेसबुक की मूल कम्पनी मेटा ने की छंटनी की घोषणा, 11,000 कर्मचारी निकाले जाएंगे
नई दिल्ली, 9 नवम्बर। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के बाद अब दिग्गज सोशल मीडिया कम्पनी फेसबुक ने बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की है। फेसबुक की मूल कम्पनी मेटा ने बुधवार को इसकी घोषणा की। मेटा ने कहा कि वह 11,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करेगी। कम्पनी लागत को कम करने के लिए यह छंटनी करेगी।
मेटा के अनुसार बढ़ी हुई लागत मुनाफे को खा रही है और इससे राजस्व में गिरावट हो रही है। इससे पहले एलन मस्क के ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को बाहर निकाला है। वहीं ट्विटर ने पिछले हफ्ते अपने आधे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।
13 फीसदी कर्मचारियों की होगी छुट्टी
मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने आज एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘आज मैं आपसे मेटा के इतिहास के कुछ सबसे कठिन फैसले शेयर कर रहा हूं। मैंने अपनी टीम के आकार को 13 फीसदी घटाने का फैसला लिया है। इससे हमारे 11,000 प्रतिभाशाली कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।’
मिलेगा 16 हफ्ते का बेसिक वेतन
जकरबर्ग ने आगे कहा, ‘हम विवेकाधीन खर्च में कटौती करके और हायरिंग फ्रीज करने जैसे अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं, जिससे कम्पनी को अधिक कुशल बनाया जा सके।’ कम्पनी ने कहा कि इन कर्मचारियों को सेवा के प्रत्येक वर्ष के लिए दो अतिरिक्त सप्ताह के साथ 16 हफ्ते का बेसिक वेतन दिया जाएगा। कर्मचारियों को छह महीने के लिए हेल्थकेयर खर्च भी मिलेगा।
मेटा में करीब 87,000 कर्मचारी करते हैं काम
फेसबुक, इंस्टाग्राम और ह्वाटसएप तीनों की पैरेंट कम्पनी मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ही है। मेटा में अभी करीब 87,000 कर्मचारी काम करते हैं। कम्पनी इनमें से 13 फीसदी कर्मचारियों को बाहर कर रही है। जकरबर्ग ने कहा है कि कुछ गलत फैसलों के कारण कम्पनी की यह हालत हुई है। उन्होंने इसके लिए खुद को जिम्मेदार बताया है।
फेसबुक की स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी और उसके बाद कम्पनी में पहली बार बड़े पैमाने पर छंटनी होने जा रही है। कोरोना काल में कम्पनी के बिजनेस में खूब बढ़ोतरी हुई थी। पिछले साल सितम्बर तक के आंकड़ों के मुताबिक, कम्पनी ने एक वर्ष में 28 फीसदी नई भर्तियां की थीं। लेकिन इस वर्ष मेटा के शेयरों में करीब 73 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है।
टिकटॉक और यूट्यूब से मिल रही कड़ी टक्कर
फेसबुक को टिकटॉक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स से कड़ी टक्कर मिल रही है। करीब 18 साल पुरानी इस कम्पनी से यूजर्स टिकटॉक और यूट्यूब की तरफ शिफ्ट हो रहे हैं। इस कारण कम्पनी का रेवेन्यू बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कम्पनी ने पहले ही नई भर्तियों पर रोक लगा दी थी और अब वह बड़े पैमाने पर छंटनी करने जा रही है।
जकरबर्ग की नेटवर्थ भी घटी
जकरबर्ग के पास मेटा प्लेटफॉर्म्स के करीब 16.8 फीसदी शेयर हैं। फेसबुक के रेवेन्यू में 97 फीसदी से अधिक हिस्सा विज्ञापनों से आता है। कम्पनी के शेयरों में गिरावट से जकरबर्ग की नेटवर्थ में भी बड़ी गिरावट आई है। वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर से खिसककर 28वें नंबर पर आ गए हैं। इस साल उनकी नेटवर्थ में 88.2 अरब डॉलर की गिरावट आई है और यह 37.2 अरब डॉलर रह गई है। शेयरों में गिरावट से फेसबुक का मार्केट कैप भी बुरी तरह गिरा है। इस साल कम्पनी की मार्केट वैल्यू में 500 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है।