दिल्ली में मंकीपॉक्स का केस मिलने के बाद सीएम केजरीवाल बोले – ‘घबराने की जरूरत नहीं, स्थिति नियंत्रण में’
नई दिल्ली, 24 जुलाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से कहा है कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है और दिल्ली सरकार की सबसे अच्छी टीम दिल्ली में मंकीपॉक्स वायरस को रोकने और उनकी रक्षा करने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट किया, ‘मंकीपॉक्स का पहला मामला दिल्ली में सामने आया था। मरीज स्थिर है और ठीक हो रहा है। घबराने की जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। हमने लोक नायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) में अलग आइसोलेशन वार्ड बनाया है। हमारी सबसे अच्छी टीम को केस को फैलने से रोकने और दिल्लीवासियों की रक्षा करने के लिए है।’
The first case of Monkeypox was detected in Delhi. The patient is stable and recovering.
There's no need to panic. The situation is under control.
We have made a separate isolation ward at LNJP. Our best team is on the case to prevent the spread and protect Delhiites.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 24, 2022
एलएनजेपी राष्ट्रीय राजधानी में विशेष रूप से मंकीपॉक्स के लिए नोडल अस्पताल है। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हाल ही में कोई विदेश यात्रा इतिहास नहीं होने के बावजूद पश्चिमी दिल्ली के निवासी 31 वर्षीय व्यक्ति जूनोटिक बीमारी से पॉजिटिव आया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इस शख्स ने कम से कम 10 दिन पहले शुरुआती लक्षण दिखाना शुरू कर दिया था। उसे पहले बुखार हुआ था और बाद के दिनों में त्वचा पर घाव दिखाई देने लगे। उसे शुक्रवार को एलएनजेपी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था और उसके नमूनों की पुष्टि आज से पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), पुणे से मंकीपॉक्स पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी।
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के 4 मामले
दिल्ली से ताजा मामले के साथ भारत में अब तक मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आए हैं। शेष तीन केरल में पाए गए हैं, जिनमें सभी संयुक्त अरब अमीरात से लौटे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को घोषित कर रखा है ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी
गौरतलब है कि दुनियभार में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने शनिवार को इसे अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल यानी पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न (PHEIC) घोषित कर दिया है और ऐसे संक्रमण के मद्देनजर आम लोगों से सतर्क रहने की भी अपील की है। पीएचईआईसी वैश्विक संगठन की सबसे तेज अलार्म घंटी है, जो एक उभरते हुए प्रकोप का संकेत देती है।