काशी के बाद अब रामनगरी आयोध्या में क्रूज की सवारी, मंत्री जयवीर सिंह आज करेंगे शुभारंभ
लखनऊ, 8 सितम्बर। उत्तर प्रदेश में काशी के बाद अब अयोध्या में आज से क्रूज संचालित होगा। सरयू की रोमांचकारी लहरों का लोग करीब 18 किलोमीटर तक आनंद ले सकेंगे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह हरी झंडी दिखाकर इस बहुप्रतीक्षित सेवा का शुभारंभ करेंगे। जल्द ही यह सेवा भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और तीर्थराज प्रयागराज तक पहुंच जाएगी।
अयोध्या क्रूज लाइंस की ओर से संचालित होगा क्रूज
अयोध्या क्रूज लाइंस की ओर से संचालित दो तल का यह जटायु क्रूज बोट 45 फीट लंबा और 15 फीट चौड़ा है। इसमें दो इंजन लगे हैं। इसका निर्माण गुजरात में हुआ है। वहां से दिल्ली और दिल्ली से अयोध्या लाया गया है। वातानुकूलित क्रूज में भ्रमण के दौरान पर्यटकों को टीवी के जरिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन और जन्मस्थली के बारे में बताया जाएगा। साथ ही यहां की संस्कृति से भी अवगत कराया जाएगा। क्रूज में सी हास्टेस भी रहेंगी, जो पर्यटकों का स्वागत करेंगी।
मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार पर्यटन के क्षेत्र में कनेक्टिविटी का बहुत महत्व है। जितनी अच्छी कनेक्टिविटी रहेगी, पर्यटकों को उतनी सुविधा होगी। इसीलिए कनेक्टिविटी पर फोकस है। काशी के बाद अयोध्या में क्रूज का संचालन शुरू हो रहा है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
डेढ़ घंटे में 18 किलोमीटर यात्रा, 300 रुपये टिकट
चौधरी चरण सिंह घाट से क्रूज का शुभारंभ होगा। यह क्रूज दुबई से तैयार होकर अयोध्या पहुंचा है। इस क्रूज का परिचालन अयोध्या धाम के चौधरी चरण सिंह घाट से लेकर गुप्तारघाट तक होगा। इसकी बुकिंग ऑनलाइन व आफलाइन दोनों तरह से होगी। इस यात्रा में एक तरफ की दूरी नौ किलोमीटर है। इस तरह अप-डाउन को मिलाकर 18 किलोमीटर की दूरी करीब डेढ़ घंटे में तय की जाएगी।
तीन सौ रुपये के टिकट में यात्रियों को पीने के पानी के अलावा स्नैक्स भी उपलब्ध कराया जाएगा। करीब 45 फिट लंबे एवं 15 फिट चौड़े जटायु क्रूज की बोर्डिंग चौधरी चरण सिंह घाट पर ही होगी। गुप्तारघाट पर यात्री उतर सकते हैं, लेकिन बोर्डिंग नहीं कर सकेंगे। खास बात यह है कि यह क्रूज तीन-चार फुट पानी में भी चलने में सक्षम है।
जटायु क्रूज में सुरक्षा की दृष्टि से लगाया गया डबल इंजन
जटायु क्रूज में सुरक्षा की दृष्टि से डबल इंजन लगाया गया है। इसमें 35-35 यात्रियों के लिए दो कम्पार्टमेंट बनाए गए हैं और अतिरिक्त ओपेन में बैठने की भी व्यवस्था है। इस क्रूज में बैठने वाले यात्रियों को सम्पूर्ण रामायण चलचित्र के माध्यम से दिखाई जाएगी और यात्रा के मार्ग में पड़ने वाले घाटों सहित ऐतिहासिक भवनों के इतिहास से भी परिचित कराया जाएगा।