नई दिल्ली/काबुल, 16 अगस्त। हफ्तों के संघर्ष के बाद अफगानिस्तान पर इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान के कब्जे के साथ ही पूरे देश में हालात बेकाबू हैं और भयानक दहशत में आ चुके अन्य देशों के लोगों में यथाशीघ्र अफगानिस्तान छोड़ने को लेकर अफरातफरी मची हुई है। काबुल हवाई अड्डे पर सोमवार को एक समय स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि अमेरिकी सेना को गोलीबारी तक करनी पड़ी।
काबुल एयरपोर्ट और एयरस्पेस की स्थिति अनियंत्रित
इसी क्रम में दिल्ली और काबुल बीच की सभी उड़ानें कर दी गई हैं। काबुल एयरपोर्ट पर गंभीर होते हालात और एयरस्पेस की अनियंत्रित स्थिति के कारण सभी यह फैसला किया गया है। काबुल में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मध्याह्न बाद 12.30 बजे एअर इंडिया के एक विमान को दिल्ली से उड़ान भरनी थी, लेकिन काबुल की स्थिति को देखते हुए उड़ान रद कर दी गई। ज्ञातव्य है कि रविवार को एअर इंडिया की फ्लाइट से देर शाम 129 भारतीय नागरिक दिल्ली लौटे थे।
भारत ने अफगानिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल भी रोक दिया है। अमेरिका-दिल्ली के बीच एअर इंडिया की जो फ्लाइट उड़ान भर रही हैं, वे अब अलग रूट का इस्तेमाल करेंगी। ये विमान कतर और यूएई के रास्ते दिल्ली आएंगे।
फिलहाल इस संकट के बीच बीच दिल्ली में कैबिनेट सचिव ने विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने पर मंथन किया गया।
दूतावास के कर्मचारियों सहित काबुल में अब भी फंसे हैं लगभग 400 भारतीय
केंद्र सरकार जल्द ही काबुल स्थित भारतीय दूतावास को लेकर भी कोई फैसला ले सकती है। काबुल में करीब 400 भारतीय फंसे हुए हैं, जिनमें दूतावास के कर्मचारी और बिजनेसमैन व किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे लोग भी शामिल हैं।
भारत के अलावा अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन व न्यूजीलैंड समेत अन्य देश भी अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने में जुटे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर कई देशों की सेनाएं मौजूद हैं, जो अपने नागरिकों को निकालने के लिए पहुंची हैं।