अडानी समूह की महाप्रसाद सेवा – महाकुम्भ 2025 में प्रतिदिन एक लाख भक्तों को वितरित किया जाएगा महाप्रसाद
प्रयागराज, 9 जनवरी। देश के अग्रणी उद्योगपतियों में एक गौतम अडानी की कम्पनी अडानी समूह ने अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के साथ मिलकर प्रयागराज में अगले हफ्ते शुरू हो रहे महाकुम्भ 2025 मेले में महाप्रसाद सेवा का आयोजन किया है।
अडानी समूह की इस महाप्रसाद सेवा के तहत प्रतिदिन लगभग एक लाख भक्तों को महाप्रसाद वितरित किया जाएगा, जिसमें 18,000 सफाई कर्मी भी शामिल होंगे। महाप्रसाद में रोटी, दाल, चावल, सब्जियां और मिठाई शामिल होंगी। इसके अलावा, अडानी ग्रुप विशेष रूप से दिव्यांग, बुजुर्ग और बच्चों के लिए गोल्फ कार्ट की सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे उन्हें मेले में आने-जाने में सुविधा हो सके।
‘कुम्भ सेवा की वो तपोभूमि है, जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है‘
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस संदर्भ में एक X पोस्ट में भी इस आशयक की जानकारी दी है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “कुम्भ सेवा की वो तपोभूमि है, जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है! यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुम्भ में हम इस्कॉन के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा’ आरम्भ कर रहे हैं, जिसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इस संदर्भ में आज इस्कॉन के गुरु प्रसाद स्वामी जी से मिल कर सेवा के प्रति समर्पण की शक्ति को गहराई से अनुभव करने का अवसर प्राप्त हुआ। सच्चे अर्थों में सेवा ही राष्ट्रभक्ति का सर्वोच्च स्वरूप है। सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।’
कुंभ सेवा की वो तपोभूमि है जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है!
यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुम्भ में हम @IskconInc के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा’ आरम्भ कर रहे हैं, जिसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
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— Gautam Adani (@gautam_adani) January 9, 2025
श्रद्धालुओं के बीच 1 करोड़ ‘आरती संग्रह‘ पुस्तकों का भी निःशुल्क वितरण
अडानी ग्रुप ने गोरखपुर स्थित गीता प्रेस के साथ भी एक साझेदारी की है, जिसके तहत करीब एक करोड़ ‘आरती संग्रह’ पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा। इस आरती संग्रह में शिव, लक्ष्मी, गणेश, विष्णु, दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित भक्ति गीत शामिल हैं। इन पुस्तकों को महाकुम्भ मेले में नि:शुल्क वितरित किया जाएगा।
महाकुम्भ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
एक अनुमान के अनुसार इस वर्ष महाकुम्भ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है और इसे 6,382 करोड़ रुपये के बजट में आयोजित किया जा रहा है। महाकुम्भ मेला 30 से 45 दिनों तक चलेगा। यह 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित महाकुम्भ मेले की प्रमुख स्नान तिथियों में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान (उद्घाटन दिवस), 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या स्नान (शाही स्नान), तीन फरवरी को बसंत पंचमी स्नान (शाही स्नान), 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि स्नान (समापन दिवस) शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में महाकुम्भ मेला प्रति 12 वर्ष के अंतराल पर लगता है। यह अपने आप में सबसे भव्य आयोजन माना जाता है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन भी माना जाता है, जिसमें विश्वभर से लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने आते हैं। मान्यता है कि पवित्र नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।