पुरी रथ यात्रा में भगदड़ पर एक्शन : सीएम माझी ने दो पुलिसकर्मियों को किया निलंबित, हटाए गए डीएम और एसपी
भुवनेश्वर, 29 जून। ओडिशा के पुरी मंदिर में रविवार को भगदड़ मचने से तीन लोगों की मौत हो जाने और करीब 50 लोगों के घायल हो जाने के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दंडात्मक कार्रवाई के तौर पर जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल के तबादले का आदेश दिया।
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि भगदड़ के लिए जिम्मेदार “लापरवाही” को “अक्षम्य” बताते हुए माझी ने दो पुलिस अधिकारियों – पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) बिष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी के निलंबन की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने खुर्दा के जिलाधिकारी चंचल राणा को पुरी का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया है। अग्रवाल की जगह पिनाक मिश्रा पुरी के पुलिस अधीक्षक का पद संभालेंगे। माझी ने विकास आयुक्त की निगरानी में मामले की प्रशासनिक जांच के भी आदेश दिए हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ओडिशा सरकार मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के पास रविवार सुबह भगदड़ मचने से दो महिलाओं समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 50 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सुबह तड़के चार बजे हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु रथ यात्रा उत्सव देखने के लिए मंदिर के पास एकत्र हुए थे।
माझी ने सारधाबली दुर्घटना के लिए मांगी माफी, कहा- लापरवाही अक्षम्य है
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को कहा कि वह और उनकी सरकार भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से तीर्थयात्रियों के बीच अत्यधिक उत्साह और भीड़भाड़ के कारण हुई दुर्घटना के लिए व्यक्तिगत रूप से माफी मांगते हैं। रविवार सुबह सारधाबली के पास भगदड़ में तीन भक्तों (दो महिलाओं और एक 70 वर्षीय व्यक्ति) की मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए। यह त्रासदी उस समय हुई जब सारधाबली में गुंडिचा मंदिर के सामने खड़े अपने रथों पर सवार श्री जगन्नाथ मंदिर के पीठासीन देवता भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं सारधाबली में मारे गए श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।” उन्होंने लापरवाही को ‘अक्षम्य’ बताया और आश्वासन दिया कि सुरक्षा में चूक की तुरंत जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और ठोस कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
पुरी में बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए थी: मंदिर में भगदड़ पर बोले धर्मेंद्र प्रधान
ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के पास रविवार को भगदड़ में तीन लोगों की मौत पर दुख जताते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मंदिर प्रबंधन को बेहतर इंतजाम करना चाहिए था।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के पानिहाटी में एक न्यीज एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘‘वहां के प्रबंधन को बेहतर इंतजाम करना चाहिए था… मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और पुरी में स्थानीय प्रशासन से बात की है। उन्होंने कहा कि माझी और प्रशासन ने स्थिति को ‘‘जिम्मेदारी से’’ संभाला है।
ओडिशा सरकार की लापरवाही के कारण हुई : नवीन पटनायक
ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सरधाबली में हुयी भगदड़ को लेकर रविवार को राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पटनायक ने सरधाबली हादसे पर दुख जताया और राज्य सरकार से रथ यात्रा की आगामी प्रमुख रस्में ‘अड़पा बीजे, बहुदा यात्रा और सुना बेषा’ सुरक्षित ढंग से कराने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान हुयी भगदड़ ने सरकार की गंभीर नाकामी को उजागर कर दिया है। इस हादसे में अनेक लोग घायल हुये और जो प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। पटनायक ने चश्मदीदों के हवाले से कहा कि हादसे के वक्त कोई सरकारी कर्मी मौजूद नहीं था और सबसे पहले पीड़ितों के परिजन ही मदद को आगे आये। उन्होंने नंदीघोष रथ खींचने में देरी को ‘महाप्रभु की इच्छा’ बताने को प्रशासन की जिम्मेदारी से बचने का चौंकाने वाला बहाना करार दिया।
खरगे ने रथयात्रा में भगदड़ पर जताया दुख
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान भगदड़ के कारण श्रद्धालुओं की मृत्यु पर गहरा शोक जताते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। खरगे ने कहा, “महाप्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ से मैं बहुत दुखी हूँ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और कम से कम 50 लोग घायल हो गए। यह त्रासदी शुक्रवार को यात्रा के दौरान 500 भक्तों के घायल होने की रिपोर्ट के बाद हुई है। मेरी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। मैं सभी घायल भक्तों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। इस त्रासदी में जो लापरवाही और कुप्रबंधन रहा वह अक्षम्य है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और अधिकारियों को इस घटना के लिए जिम्मेदार गंभीर चूक की गहन जांच करनी चाहिए। सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रभावी भीड़ प्रबंधन सर्वोपरि है। भीड़ से जुड़े बड़े कार्यक्रम जब पूर्व नियोजित उत्सवों के लिए निर्धारित होते हैं तो इस तरह की त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के तहत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी श्रद्धालुओं के साथ एकजुटता में खड़ी है और प्रभावित परिवारों को राहत, चिकित्सा सहायता और अन्य मदद प्रदान करने के सभी प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
