
अबू आजमी महाराष्ट्र विधानसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित, सपा विधायक को भारी पड़ी औरंगजेब की तारीफ
मुंबई, 5 मार्च। समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष व विधायक अबू आसिम आजमी को मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ करना ज्यादा ही भारी गुजरा और उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। आज विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल द्वारा उनके निलंबन का प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे सदन ने मंजूरी प्रदान कर दी।
भाजपा विधायक सुधीर मुंगंटीवार ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अबू आजमी को केवल एक या दो सत्रों के लिए नहीं, बल्कि पूरी तरह से विधायक पद से निलंबित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा की जाती है और हम ऐसे लोगों को आसानी से नहीं छोड़ सकते, जो उनका अपमान करें।’
अबू आजमी ने की थी ये टिप्पणी
उल्लेखनीय है कि विधायक अबू आजमी ने ‘छावा’ फिल्म को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा किया था, जो मराठा नायक छत्रपति संभाजी महाराज पर आधारित है। आजमी ने इस फिल्म में ऐतिहासिक घटनाओं के चित्रण की आलोचना की और कहा कि औरंगजेब एक अच्छा प्रशासक था।
आजमी ने यह भी कहा, “‘छावा’ फिल्म में गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिरों का निर्माण किया था। मुझे नहीं लगता कि वह एक क्रूर शासक था।” इसके साथ ही उन्होंने यह दावा किया कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत को सोने की चिड़ियां कहा जाता था।
विवाद बढ़ने पर माफी भी मांगी
हालांकि इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद आजमी ने कल माफी भी मांग ली थी। आजमी ने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और यदि भावनाओं को ठेस पहुंची है तो वह अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने के लिए तैयार हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट वीडियो में कहा, ‘मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने औरंगजेब रहमतुल्लाह अलैह के बारे में वही बयान दिया है जो इतिहासकारों और लेखकों ने हमारे सामने पेश किया है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज या किसी अन्य महापुरुष के बारे में किसी तरह का अपमानजनक बयान नहीं दिया है।’