
महाराष्ट्र : अबू आजमी ने औरंगजेब वाले बयान पर मांगी माफी, कहा – ‘मैं अपना बयान वापस लेता हूं’
मुंबई, 4 मार्च। मुगल बादशाह औरंगजेब पर अपनी टिप्पणी को लेकर बढ़ते हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने मंगलवार को माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और यदि भावनाएं आहत हुई हैं तो वह अपना बयान वापस लेने के लिए तैयार हैं।
अबू आजमी ने कहा, ‘मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अली के बारे में दावा किया है।’ आजमी ने अपने एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी अन्य महापुरुष के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है – फिर भी यदि किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द, अपना बयान वापस लेता हूं।’
मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। औरंगज़ेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकरों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरषों के बारे में कोई अपमानजनक टिपण्णी नहीं की है – लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई… pic.twitter.com/k7PY0ICe3b
— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) March 4, 2025
महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के प्रमुख आजमी ने यह भी कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और मुझे लगता है कि इस वजह से महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र बंद करना महाराष्ट्र के लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है।’
यदि मुझे या मेरे परिवार को कुछ होता है तो इसकी ज़िम्मेदार महाराष्ट्र सरकार होगी।
मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर विवाद खड़ा किया गया है उसपर राज्य के ज़िम्मेदार उपमुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे जी मेरे नाम से विधानसभा में चिल्ला रहे है, मुझे देशद्रोही बोल रहे है इसकी वजह से मुझे लगातार… pic.twitter.com/9NKvEMkutj
— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) March 4, 2025
इस बीच औरंगजेब पर आजमी की टिप्पणी के सिलसिले में मंगलवार की सुबह ठाणे के नौपाड़ा पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई और इसे मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया।
शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई। मरीन ड्राइव इलाके में मीडियाकर्मियों से बातचीत में आजमी ने कहा था कि औरंगजेब एक अच्छा प्रशासक था। अपनी टिप्पणी पर हंगामा मचने के बाद आजमी ने औरंगजेब के बारे में अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि मुगल बादशाह ने मंदिरों के साथ मस्जिदों को भी नष्ट किया था।