बिहार के कम्प्यूटर इंजीनियर अभिषेक को Google के लंदन कार्यालय में मिला 2 करोड़ रुपये का पैकेज
नई दिल्ली, 17 सितम्बर। बिहार एक कंप्यूटर इंजीनियर अभिषेक कुमार को Google के लंदन कार्यालय में दो करोड़ रुपये का पैकेज मिला है। एनआईटी पटना से बीटेक की डिग्री हासिल करने वाले अभिषेक अक्टूबर में अपनी नई भूमिका शुरू करेंगे।
जमुई निवासी अभिषेक के पिता पेशे से वकील
जमुई जिले के जामू खरिया गांव के निवासी अभिषेक के पिता इंद्रदेव यादव जमुई सिविल कोर्ट में वकील हैं और उनकी मां मंजू देवी गृहिणी हैं। अभिषेक के घर में शिक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता रही है यही वह कारक है जिसे वह अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।
अभिषेक ने समाचार चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ‘यह मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है और मैं बहुत उत्साहित हूं। Google में काम करना कई सॉफ्टवेयर इंजीनियरों का सपना होता है और मुझे प्रभावशाली परियोजनाओं पर काम करने का अवसर मिलने पर बहुत खुशी हो रही है।’
एमेजॉन की नौकरी छोड़न के बाद जर्मन निवेश फर्म से जुड़े हैं अभिषेक
प्रारंभिक शिक्षा जमुई में पूरी करने वाले अभिषेक ने बाद में एनआईटी पटना से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। 2022 में, उन्हें एमेजॉन से 1.08 करोड़ रुपये का पैकेज मिला, जहां उन्होंने मार्च, 2023 तक काम किया। इसके बाद, वह एक जर्मन निवेश फर्म की विदेशी मुद्रा व्यापार इकाई में शामिल हो गए।
हालांकि अभिषेक की सफलता की राह आसान नहीं थी। अभिषेक को अपनी नौकरी और इंटरव्यू की तैयारी के बीच संतुलन बनाना पड़ा। वह अक्सर 8-9 घंटे काम करते और बाकी समय गूगल में चुनौतीपूर्ण इंटरव्यू के लिए अपनी कोडिंग स्किल्स और रणनीति को निखारते।
इस प्रकार गूगल के इंटरव्यू में हुए सफल
अभिषेक ने बताया, ‘मैं पहले से ही दूसरी कम्पनी में काम कर रहा था और काम करते हुए इंटरव्यू की तैयारी करना मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी। मुझे अपनी नौकरी के लिए कम से कम 8-9 घंटे देने पड़ते थे और बचे हुए समय में मैं इंटरव्यू की तैयारी करता था।’
उन्होंने कहा, ‘इंटरव्यू के लिए एक उचित रणनीति बनाना बहुत जरूरी था और उस रणनीति के साथ निरंतरता बनाए रखना बहुत जरूरी था। मेरे पास जो भी समय था, मैंने उसका इस्तेमाल कोडिंग और इंटरव्यू के सवालों की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने में किया, जिससे आखिरकार मुझे सभी इंटरव्यू में सफलता मिली।’
अभिषेक की लगन और रणनीति ने उन्हें गूगल इंटरव्यू में सफलता दिलाई। अभिषेक अपनी उपलब्धियों के लिए अपने परिवार के समर्थन और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने को श्रेय देते हैं। दो भाइयों में छोटे अभिषेक ने कहा, ‘मेरे माता-पिता और भाई मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा थे।’