गुजरात : ‘आप’ विधायक भूपत भायाणी का भाजपा को बाहर से समर्थन, 3 निर्दलीय एमएलए भी करेंगे सपोर्ट
गांधीनगर, 11 दिसम्बर। गुजरात में ऐतिहासिक जीत के बाद लगातार सातवीं बार सरकार बनाने को तैयार भारतीय जनता पार्टी के लिए एक और खुशखबरी आई, जब आम आदमी पार्टी (आप) के एक विधायक ने भाजपा को बाहर से समर्थन देने का एलान कर दिया। इसके अलावा राज्य में चुनाव जीते तीनों निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा के समर्थन की घोषणा की है।
भयाणी ने भाजपा की सदस्यता लेने की योजना टाली
दरअसल, गुजरात के विसवादार से AAP के टिकट पर चुनाव जीतने वाले भूपत भायाणी ने अब भाजपा का साथ देने का फैसला किया है। रविवार दोपहर तक यह सूचना थी कि भायाणी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले लेंगे, लेकिन अचानक उन्होंने भाजपा की सदस्यता लेने से इनकार कर दिया और पार्टी को बाहर से ही समर्थन देने का एलान किया। उन्होंने कहा कि यह फैसला वह जनता से पूछने के बाद ही लेंगे।
भायाणी चूंकि आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते हैं, लिहाजा यदि वह अभी भाजपा ज्वॉइन करते हैं तो उन्हें विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में उनकी सीट पर दोबारा चुनाव होंगे। इसलिए भायाणी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किए बिना ही भाजपा को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया है।
समर्थन देने वाले 3 निर्दलीय विधायकों में 2 भाजपा के बागी
उनके अलावा तीन और निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा के समर्थन फैसला किया है। समर्थन देने वाले तीन विधायकों में बायड़ से धवलसिंह झाला, धानेरा से मावजी देसाई और वाघोड़िया से धर्मेंद्र वाघेला शामिल हैं। धवलसिंह झाला और मावजी देसाई भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़े थे और जीत भी गए।
गौरतलब है कि गुजरात में कुल 182 विधानसभा सीटे हैं। इनमें से भाजपा ने पिछले चुनाव के मुकाबले तीन फीसदी अधिक यानी 52 फीसदी वोट शेयर के साथ रिकॉर्डतोड़ 156 सीटें जीत ली हैं। कांग्रेस को राज्य में 17 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। वहीं, पहली बार राज्य में किस्मत आजमाने उतरी आम आदमी पार्टी को पांच सीटें मिलीं। पिछली बार 41 प्रतिशत वोट शेयर पाने वाली कांग्रेस इस बार 27 प्रतिशत पर सिमट गई है और उसके हिस्से के 13 प्रतिशत वोट शेयर पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा कर लिया है।
वोट शेयर ने बता दी चुनाव की कहानी
इन आंकड़ों को देख कर कहा जा सकता है कि पीएम मोदी के एलान के हिसाब से ‘नरेंद्र’ के सारे रिकॉर्ड भूपेंद्र ने तोड़ डाले हैं। भूपेंद्र पटेल लगातार दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ लेने वाले हैं। कुल मिलाकर देखें तो एक तरफ गुजरात में भाजपा ने महाविजय का इतिहास रच डाला है तो दूसरी ओर विरोधी दल इस हाल में भी नहीं बचे हैं कि सम्मानजनक विपक्ष की भूमिका निभा सकें।