लखनऊ, 29 दिसंबर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ और कद्दावर नेता आजम खान को एक और बड़ा झटका लगा है। रामपुर में आजम खान का किला ढहा कर आकाश सक्सेना ने अब उनके सरकारी आवास से भी उन्हें बेदखल कर दिया गया है। आजम को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। पहले हेट स्पीच केस में सजायाफ्ता होने के बाद विधायकी रद्द हो गई। उसके बाद उपचुनाव में रामपुर सीट से बीजेपी के आकाश सक्सेना ने उनके उम्मीदवार आसिम रजा को पराजित कर दिया। अब वो सरकारी आवास भी हाथ से निकल गया है, जहां करीब चार दशकों तक आजम खान की सियासत चला करती थी।
बता दें कि बुधवार शाम को राज्य संपत्ति विभाग ने दारुलशफा स्थित सरकारी आवास 34बी को बीजेपी के नव निर्वाचित विधायक आकाश सक्सेना को अलॉट किया है। पिछले 40 दशकों से दारुलशफा स्थित सरकारी आवास 34बी या तो उनके पास या उनके करीबियों के पास ही रहा। इस आवास में जब भी आजम खान रहे उनसे मिलने एक से एक कद्दावर नेता से लेकर पार्टी के लोग आते रहे हैं, लेकिन हाल ही में आजम खान जेल से रिहा होने के बाद जब बाहर आए तो लखनऊ आने पर इसी आवास में रुके थे। तब भी यहां पर उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ था।
- आवास मिलने पर क्या बोले BJP विधायक आकाश सक्सेना
आजम खान को अलॉट रहे बंगला मिलने पर बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि नियम के मुताबिक उन्हें सरकारी आवास मिला। उन्हें बताया गया है कि वही बंगला है जो कभी आज़म खान के नाम हुआ करता था। आकाश सक्सेना ने कहा, “यह एक नियम है कि विधायक को एक सरकारी घर तो दिया ही जाता है। पता लगा कि 34 B मुझे आवंटित किया गया है। इस आवास के इतिहास के बारे में सुना बहुत है कि वह बैठकर लोगों की नाराजगी दूर की जाती थी।